Tp न्यूज़। पर्यटकों के प्रमुख टूरिस्ट डेस्टिनेशन जैसलमेर में एक महत्वपूर्ण फ्लाइट बंद हो गई है। यह तब हुआ जब कि सिविल एयरपोर्ट में रौनक लौटी ही थी। मैं पिछले वर्ष यानि फरवरी 2020 के डेसर्ट फेस्टिवल के दौरान जैसलमेर रहा। यहाँ अनेक फ्लाइट्स की सुविधा देखी और इसकी चर्चा बीकानेर में की। अब जैसलमेर में स्पाइस जेट ने फ्लाइट्स बंद करने का निर्णय ले लिया। जिससे कोरोना की मंदी से उबरने का प्रयास कर रहा जैसलमेर के पर्यटन उद्योग बड़ा झटका लगा। स्पाइसजेट ने इस सीजन यानि 27 जनवरी तक ही अहमदाबाद, दिल्ली व मुंबई की फ्लाइट का संचालन किया। इसके बाद अक्टूबर में ये फ्लाइट्स वापस शुरू होगी। लेकिन अब यहां के कारोबारी हवाई सेवाओं को बहाल करने में जुट गए हैं। उन्होंने निर्णय लिया है कि जैसलमेर में हवाई सेवा बंद करने जा रहे स्पाइस जेट को होने वाले घाटे की क्षतिपूर्ति मिलकर करेंगे।स्पाइस जेट जैसलमेर में पिछले तीन साल से हवाई सेवा संचालित कर रही है। बताया जा रहा है कि ऑफ सीजन में हवाई सेवा बंद करने की छूट है इस बार कोरोना के चलते पहले से ही जैसलमेर की सीजन पिटी हुई है। फिलहाल पर्यटक आ भी रहे हैं तो भी विमान कंपनी ने 28 जनवरी से बुकिंग बंद कर दी है। पर्यटन कारोबारी के अनुसार, जैसलमेर में आम तौर पर फरवरी मार्च तक सैलानियों की आवक रहती है। इस बार कोरोना के चलते पूरी सीजन पिट गई दिवाली पर रौनक आई और उसके बाद नए साल पर बड़ी संख्या में सैलानी पहुंचे
कंपनी के इस फैसले से जैसलमेर के होटल कारोबारियों में हड़कंप मच गया। कोरोना की मार झेलने के बाद पटरी पर लौट रह पर्यटन व्यवसाय के लिए स्पाइस जेट का यह फैसला किसी झटके से कम नहीं था। पर्यटन कारोबारी और अन्य उद्यमियों ने आपस में बैठक कर तय किया कि वे अपनी तरफ से कंपनी को एक ऑफर देंगे। इसके बाद जिला कलेक्टर आशीष मोदी से मिलकर कारोबारियों ने अपने ऑफर की उन्हें जानकारी दी। कलेक्टर ने व्यवसायियों के साथ मिलकर स्पाइस जेट प्रबंधन से बात की है।राजनीतिक स्तर पर भी प्रयास शुरू हो गए हैं भाजपा जिलाध्यक्ष ने राज्यपाल व मंत्री को लिखा पत्र भाजपा जिलाध्यक्ष चंद्रप्रकाश शारदा ने राज्यपाल कलराज मिश्र, व केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी, कृषि राज्यमंत्री कैलाश चौधरी को आगामी 28 जनवरी से हवाई सेवाएं बंद होने को लेकर पत्र लिखा है. इसके अलावा जैसलमेर पर्यटन व्यवसायी मानवेन्द्र सिंह खुद राज्यपाल कलराज मिश्र से मिले और साथ ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को भी पत्र भेजा है और उनसे दरख्वास्त की है की हवाई सेवाओं को जैसलमेर में बहाल रखा जाए।
स्पाइस जेट को 6 लाख की आती है लागत
दिल्ली से जैसलमेर तक के संचालन पर स्पाइस जेट कंपनी को 6 लाख की लागत आ रही है। वहीं अहमदाबाद के लिए एक लाख रुपए. यात्री कम होने के कारण कंपनी को नुकसान हो रहा है. व्यवसायियों ने कंपनी को ऑफर दिया कि विमान की सीट क्षमता के अनुसार यात्री कम होने पर वे शेष सीटों के किराए का भुगतान कर देंगे। इसके लिए उन्होंने कंपनी को बैंक गारंटी का ऑफर दिया। इस प्रस्ताव पर कंपनी विचार कर रही है। फिलहाल इसे फरवारी व मार्च माह में आजमाया जाएगा।इसके सफल होने पर इसे आगे जारी रखने पर विचार किया जाएगा।
कोई 20 फीसदी देगा तो कोई 3 फीसदी बांटेंगे
कारोबारियों ने होटल की साइज यानी क्षमता के आधार पर क्षतिपूर्ति राशि को आपस में बांटने का फैसला किया है. कोई 20 फीसदी राशि देगा तो कोई 3 फीसदी. इस तरह सभी आपस में योगदान कर हवाई सेवा को जारी रखवाने के प्रयास में जुटे हैं ताकि दुनियाभर से जैसलमेर पहुंचने वाले पर्यटकों को बेहतरीन सुविधा मिल सके और वे बगैर किसी परेशानी के जैसलमेर पहुंच सके।