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IMG 20250410 004559 12500 साल पहले विलुप्त खूंखार भेड़िया प्रजाति को वैज्ञानिकों ने किया ज़िंदा, अब खुद को भी डर Bikaner Local News Portal अंतरराष्ट्रीय
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Thar पोस्ट न्यूज। आधुनिक तकनीक से वैज्ञानिकों ने विलुप्त हो चुकी प्रजाति को फिर से जिंदा कर दिया है। Game of Thrones वाले डायर वुल्फ। वैसे तो ये खतरनाक भेड़ियों की प्रजाति धरती से विलुप्त हो चुकी थी लेकिन वैज्ञानिकों ने एक बार फिर से इस खूंखार दानव को ज़िंदा कर दिया है. ये बात अलग है कि वो भी इसके बच्चों के नज़दीक जाने से डर रहे हैं. इस ऐतिहासिक वैज्ञानिक सफलता की दुनिया भर में चर्चा हो रही है।

12500 साल पहले विलुप्त हुआ
विज्ञान जगत में इन दिनों चर्चा ‘डायर वुल्फ’ की ही हो रही है. इसे अमेरिका की टेक्सस स्थित बायोटेक्नोलॉजी कंपनी Colossal Biosciences ने फिर से ज़िंदा कर दिया है. वैज्ञानिकों ने जेनेटिक इंजीनियरिंग के इस्तेमाल से लगभग 12,500 साल पहले विलुप्त हो चुकी डायर वुल्फ की प्रजाति में फिर से जान डाल दी है. वैज्ञानिक जगत में तहलका मचाने वाले दो डायर वुल्फ पप्स के नाम रोमुलस और रेमस हैं. वैसे तो ये सिर्फ 6 महीने के हैं, लेकिन 4 फीट लंबे हैं और इनका वज़न 36 किलोग्राम है.

CNN की एक रिपोर्ट मुताबिक कोलोसल बायोसाइंसेस ने बाताय है कि डायर वुल्फ को ज़िंदा करने के लिए उन्होंने प्राचीन डीएनए, क्लोनिंग और जीन एडिटिंग का इस्तेमाल किया है. डायर वुल्फ दरअसल सामान्य ग्रे वुल्फ का ही विलुप्त पूर्वज है. ये आकार में इससे कहीं ज्यादा विशाल और खूंखार होता था. वैज्ञानिकों ने ग्रे वुल्फ के DNA के साथ प्राचीन डायर वुल्फ के दांत और खोपड़ी से मिले 13,000 और 72,000 साल पुराने DNA को मिलाकर ये क्लोन तैयार किया है. इसे गेम चेंजर बताया जा रहा है।

हालांकि ये इंसानों से दूर-दूर रहते हैं, यही वजह है कि खतरे को भांपते हुए उन्हें पालने वाला हैंडलर भी उनके ज्यादाकरीब नहीं जाता. इन्हें बेहद सुरक्षा में एक सीक्रेट जगह पर रखा गया है. डायर वुल्फ को HBO सीरीज़ ‘गेम ऑफ़ थ्रोन्स’ ने ज्यादा पॉपुलर बना दिया था. अब वैज्ञानिक वूली मैमथ, डोडो और तस्मानियन टाइगर जैसे विलुप्त प्रजातियों को ज़िंदा करने में जुटे है।


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