Tp न्यूज़। वंदे मातरम मंच का 27 वां स्थापना दिवस तथा हिंदुस्तान के महावीर योद्धा सुभाष चंद्र बोस की स्मृति में पराक्रम दिवस संयुक्त रुप से बागड़ी मोहल्ला स्थित वंदे मातरम चौक में मनाया गया.
कार्यक्रम की अध्यक्षता वंदे मातरम मंच के राष्ट्रीय संयोजक विजय कोचर द्वारा की गई मुख्य अतिथि नगर निगम के उपमहापौर राजेंद्र पवार थे और विशिष्ट अतिथि साहित्यकार जानकी नारायण जी श्रीमाली थे कार्यक्रम संयोजक मालचंद जोशी पार्षद अशोक कच्छावा मंचासीन थे. कार्यक्रम का संचालन मुकेश जोशी द्वारा किया गया कार्यक्रम व्यवस्था का संयुक्त भार नारायण पारीक और आनंद गौड़ तथा दीपक महेश्वरी के जिम्मे था.
आज के कार्यक्रम में 300 से ज्यादा बार खून देने वाले ब्लडमैन अमर सिंह नायक हनुमानगढ़ को समृति चिन्ह शॉल श्रीफल देकर सम्मान रूप सिंह राजपुरोहित और पूर्व पार्षद राजेंद्र सोनी द्वारा द्वारा किया गया। समाजसेवी दिनेश सिंह भदोरिया का बीकानेर में 100 से ज्यादा बार खून देने पर समाज से बजरंग सोनी के द्वारा रत्न जडि़त अंगूठी भेंट की गई तथा वंदे मातरम मंच के द्वारा एक सम्मान पत्र और शॉल श्यामसुंदर भोजक और महेंद्र बरडिया या द्वारा प्रदान किया गया. स्वच्छता कर्मी राजेश चावरिया का सम्मान भी वंदे मातरम मंच के चंद्र प्रकाश करनानी और रामचंद्र सुथार द्वारा किया गया.
कार्यक्रम में जुगल किशोर पुरोहित द्वारा वंदे मातरम मंच के स्थापना दिवस पर विशेष रूप से वंदे मातरम गीत के रूप में प्रस्तुति दी गई कवि और गीतकार राजेंद्र स्वर्णकार द्वारा देशभक्ति की रचना पर जबरदस्त तालियां बटोरी कवि शिव कुमार दाधीच ने भी अपनी नई रचना से काफी सराहनीय प्राप्त की.
साहित्यकार जानकी नारायण श्रीमाली ने नए लोगों को प्रोत्साहन देने के लिए वंदे मातरम अंत की सराहना की संघ के महेश कुमार खत्री द्वारा भी संघ के कार्यों की सराहना की गई उपमहापौर राजेंद्र पवार द्वारा वंदे मातरम मंच की टीम के समर्पण और सेवा की सराहना करते हुए कहा कि वंदे मातरम टीम मुझे जहां भी याद करेगी मैं हर समय हाजिर हो जाऊंगा.
वंदे मातरम मंच के राष्ट्रीय संयोजक विजय कोचर ने कहा कि वंदे मातरम मंच देशभक्ति और सेवा तथा पीड़ित मानवता की तकलीफ दूर करने के लिए हमेशा तत्पर है तैयार है. मंच देश की किसी भी विपदा पर किसी भी समस्या पर किसी भी तकलीफ पर किसी भी तरह की प्राकृतिक आपदा पर हमेशा बीकानेर में हमेशा आगे रहा और आगे भी सेवा के आयाम प्रस्तुत करता ही रहेगा.धन्यवाद नारायण पारीक और माल चंद्र जोशी के द्वारा दिया गया