


Thar पोस्ट न्यूज बीकानेर। होली जैसे-जैसे नजदीक आ रही है। वैसे ही शहर में इस पर्व की रंगत परवान चढ़ रही है। शहर के अनेक मोहल्लों में देर रात तक चंग की थाप पर गूंजते फागुनी गीतों की स्वर लहरियां सुनाई दे रही है। वहीं मंदिरों और घरों में भी फागोत्सव मनाया जा रहा है। फागोत्सव भगवान श्रीकृष्ण के भजन सुनाए जा रहे हैं। वहीं मंदिरों में पुष्प होली भी खेलाई जा रही है। शहर के मंदिरों में होलाष्टक में अलग-अलग नजारे देखने को मिल रहे हैं। फागोत्सव की धूम से भगवान और भक्त भी सतरंगी रंगों में रंगे नजर आ रहे हैं।दाऊजी रोड स्थित श्री आदि गणेश मंदिर में रंग-बिरंगी गुलाल और सतरंगी धमाल के साथ प्रथम पूज्य रंगीले नजर आए। जहां भक्तों ने प्रभू के संग जमकर पुष्पों और रंग की होली खेली।



इस दौरान भक्तों ने खो गयो बाजूबंद रसिया होरी में… होरी में, लुक-छुप आवे म्हारो कुंवर कन्हैया सरीखे पदों से बुधवार को ठाकुरजी को रिझाया गया। वैष्णव सहित कई मंदिरों में फागोत्सव मनाया गया। श्रद्धालुओं राजेंद्र व्यास, राम सा व्यास, सोमदत्त पुरोहित, मनोज के बिस्सा ने होरी धमाल गीतों की प्रस्तुुतियों के साथ ही अबीर गुलाल ठाकुरजी के लगाई। बाद में एक दूसरे को गुलाल लगाई। कीर्तनकारों ने हारमोनियम,तबला संगत से समां बांध दिया।
Thar पोस्ट। तीव्र गति से बढ़ते AI के दौर में मनुष्य और अधिक जिज्ञासु हो रहा हैं I इसी को ध्यान में रखते हुए श्री जैन कन्या पी जी महाविद्यालय के आतिथ्य में राजकीय इंजीनियरिंग महाविद्यालय और श्री जैन कन्या पी जी महाविद्यालय के सयुंक्त तत्वाधान में दो दिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय सेमिनार का शुभारम्भ हुआ..
प्रथम दिवस के उद्घाटन सत्र में देश विदेश से पहुंचे गणमान्य अथितियों का राजस्थानी परम्परा के अनुसार स्वागत किया गया । कार्यक्रम का शुभारम्भ माँ सरस्वती की प्रतिमा के आगे द्वीप प्रज्ज्वलन करके किया गया।
सत्र के प्रारम्भ में श्री जैन पाठशाला सभा संस्था अध्यक्ष विजय कुमार कोचर ने डॉ नीलांजन डे को पुष्प गुच्छ और शाल ओढ़ाकर स्वागत किया ।
महाविद्यालय प्राचार्य डॉ संध्या सक्सेना ने डॉ ज्योति गजरानी का पुष्प गुच्छ और शाल ओढ़ाकर स्वागत किया। रोटरी क्लब के सदस्य मनोज कुड़ी का डॉ पंकज दाधीच द्वारा डॉ विशाल गौड़ का डॉ राजेन्द्र जोशी द्वारा , श्रीमती प्रीति डागा व डॉ भावना शर्मा का डॉ पद्मा जोशी , डॉ वंदना राजवंशी और श्रीमती रश्मि हर्ष द्वारा स्वागत किया गया ।
प्रथम दिन उद्घाटन सत्र में स्वागत समारोह के बाद संस्था अध्यक्ष ने अपने उद्बोधन में आज के युग में तकनीक के अधिकतम और सकारात्मक प्रयोग के बारे में इस प्रकार के सेमिनार के महत्व की बात कही। इसी दौरान रोपरिन विश्वविद्यालय कुर्दिस्तान , ईरान की अध्यक्ष डॉ पाइयान अहमद ने अपने ऑनलाइन पत्रवाचन में वर्तमान समय में तकनीकी समस्याओं को सामाजिक स्तर पर सुलझाने साथ ही खाड़ी देशो में वर्तमान समय में उत्पन्न तकनीकी समस्याओं को हल करने में तकनीक का सकारात्मक प्रयोग करने एवं भारत पाकिस्तान अफगानिस्तान आदि देशो में तकनीक के प्रभाव पर अपने विचार रखे।
TINT विश्वविद्यालय ,कोलकाता के डॉ निरंजन डे ने अपने पत्रवाचन में महिला दिवस के अवसर पर तकनीक के क्षेत्र में सुविख्यात महिलाओं के योगदान के बारे में जानकारी दी । ताइवान से डॉ अमित जोशी ने अपने ऑनलाइन पत्रवाचन में विश्व स्तर पर कंप्यूटर की जटिलता को मानवीय बुद्धिमता से हल करने के प्रयास पर बल दिया
ECB के व्याख्याता डॉ सी एन श्रीमाली ने अपने उद्बोधन में भारतीय ज्ञान परम्परा के महत्त्व को बताया और कहा कि आज विश्व के बड़े बड़े विकसित राष्ट्र अपने तकनीक और ज्ञान के दम पर सफलता हासिल कर रहे हैं लेकिन उनकी सफलता के पीछे कही न कही भारतीय ज्ञान और परंपरा का सबसे बड़ा योगदान रहा हैं।
डॉ पंकज दाधीच ने सेमिनार में आए सभी अथितियों के समक्ष महाविद्यालय के कंप्यूटर विभाग की सफलताओं पर प्रकाश डाला। सेमिनार के दूसरे और तीसरे सत्र में 47 छात्राओं ने पत्र वाचन किया I ECB के डॉ विशाल गौड़ ने सभी आगंतुकों का धन्यवाद ज्ञापित किया । महाविद्यालय की छात्राएं भूमि कँवर और प्रियांशी पारीक ने मंच सञ्चालन किया ।
