

Thar पोस्ट न्यूज। राज्यपाल ने अभिलेखागार संग्रहालय का किया अवलोकन।राज्यपाल श्री हरिभाऊ बागडे ने कहा कि राजस्थान राज्य अभिलेखागार के अभिलेखागार संग्रहालय में संरक्षित दस्तावेज हमारे इतिहास, संस्कृति और परम्पराओं के जीवंत प्रमाण हैं। यह हमें हमारे स्वर्णिम इतिहास से साक्षात करवाते हैं।
राज्यपाल ने सोमवार को अभिलेखागार के संग्रहालय के अवलोकन के दौरान यह उद्गार व्यक्त किए।

राज्यपाल ने यहां संरक्षित पुरंदर की संधि का अवलोकन किया और कहा कि पुरंदर की संधि के माध्यम से शिवाजी महाराज और राजपूताना के संबंधों की जानकारी मिलती है। उन्होंने महाराणा प्रताप दीर्घा, स्वतंत्रता सेनानी गैलेरी के अलावा ऐतिहासिक दस्तावेजों तथा महत्वपूर्ण अभिलेखों का अवलोकन किया।
राज्यपाल ने संग्रहालय में राजस्थान के ऐतिहासिक, प्रशासनिक और सांस्कृतिक विकास से जुड़े विभिन्न अभिलेखीय दस्तावेजों का अवलोकन किया। शाही फरमान, महाराणा प्रताप कालीन ताम्रपत्र देखकर इनके संरक्षण कार्य की सराहना की। उन्होंने कहा कि यह सभी दस्तावेज आने वाली पीढ़ियों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। इससे युवाओं में इतिहास और संस्कृति के प्रति जागरूकता बढे़गी।
राज्यपाल ने कहा कि शोध के दृष्टिकोण से भी यह दस्तावेत महतवपूर्ण है। इने डिजिटाइजेशन से इनकी पहुंच बढ़ेगी तथा संरक्षण भी होगा। उन्होंने संरक्षण कार्य के लिए अन्य देशों और प्रदेशों के अभिलेखागार संस्थानों से समन्वय करने की बात कही। उन्होंने अधिक से अधिक लोगों को अभिलेखागार के अवलोकन के लिए प्रेरित करने के निर्देश दिए।
अभिलेखागार निदेशक डॉ. नितिन गोयल ने अभिलेखागार की समस्त गतिविधियों के बारे में बताया।
इस दौरान संभागीय आयुक्त डाॅ. रविकुमार सुरपुर, जिला कलक्टर श्रीमती नम्रता वृष्णि, पुलिस अधीक्षक श्री कावेन्द्र सागर सहित विभिन्न अधिकारी मौजूद रहे।
राज्यपाल श्री हरिभाऊ बागडे ने कहा कि सड़कों पर बढ़ते वाहनों के अत्यधिक दवाब के कारण सड़क दुर्घटनाओं की संख्या में तेजी से वृद्धि हो रही है। यह बेहद चिंताजनक है। इस पर प्रभावी नियंत्रण के लिए वाहन चालकों को स्वप्रेरित होकर यातायात नियमों की पालना करनी चाहिए।
बीकानेर में आज राज्यपाल श्री बागडे ने स्वामी केशवानंद राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय के 21वें दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि देश की आजादी के समय हमारे देश की जनसंख्या और उत्पादन कम था। आज जनसंख्या बढ़ी है और उत्पादन बढ़ा है, लेकिन अब जमीन और पानी सीमित है।
कुलपति डॉ अरुण कुमार ने स्वागत उद्बोधन दिया। उन्होंने विश्वविद्यालय की उपलब्धियों के बारे में बताया। कुलपति ने कहा कि विश्वविद्यालय द्वारा 40 उन्नत किस्मों, 15 से अधिक नवीनतम कृषि तकनीकों का विकास किया गया है।
दीक्षांत अतिथि डॉ मंगला राय ने कहा कि चने की नई किस्मों पर शोध, बीज उपलब्धता सहित विभिन्न शोध कार्यों के लिए स्वामी केशवानंद विश्विद्यालय के वैज्ञानिक बधाई का पात्र है। विशिष्ट अतिथि के रूप में पूर्व कुलपति डॉ. एन. एस. राठौड़ ने विद्यार्थियों से अपनी दक्षता बढ़ाने के लिए सदैव तत्पर रहने का आह्वान किया।
स्व. रामनारायण चौधरी कृषि महाविद्यालय, मंडावा के भवन और छात्रावास भवन का किया लोकार्पण
इससे पहले राज्यपाल श्री हरिभाऊ बागडे ने पट्टिका का अनावरण कर स्व. रामनारायण चौधरी कृषि महाविद्यालय, मंडावा (झुंझुनू) के महाविद्यालय भवन, छात्रावास भवन का लोकार्पण किया।
राज्यपाल ने विश्वविद्यालय परिसर में प्रारम्भ किए गए ‘आपणो कृषि बाजार’ का लोकार्पण भी किया गया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि इस बाजार का किसानों को प्रत्यक्ष लाभ मिलेगा। साथ ही खाद्य प्रसंस्करण और विश्विद्यालय द्वारा उत्पादित प्रोडेक्ट भी आमजन को इस बाजार के माध्यम से आसानी से उपलब्ध हो सकेगे।
इस अवसर पर महाराजा गंगासिंह विश्वविद्यालय के कुलपति आचार्य मनोज दीक्षित, संभागीय आयुक्त डॉ. रवि कुमार सुरपुर, जिला कलेक्टर श्रीमती नम्रता वृष्णि और पुलिस अधीक्षक श्री कावेंद्र सागर, विश्वविद्यालय रजिस्ट्रार निकया गोएन, वित्त नियंत्रक पवन कस्वां सहित विश्वविद्यालय के डीन, डायरेक्टर, विद्या परिषद सदस्य सहित अनेक लोग मौजूद रहे।
राज्यपाल श्री हरिभाऊ बागडे ने सोमवार को बीकानेर के राजस्थान पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान विश्वविद्यालय के सभागार में इंडियन रेडक्रॉस सोसायटी, पुलिस प्रशासन, परिवहन विभाग और ट्रोमा सेंटर द्वारा आयोजित सड़क सुरक्षा कार्यशाला के दौरान यह उद्गार व्यक्त किए।
राज्यपाल श्री बागडे ने कहा कि सड़क सुरक्षा जैसे संवेदनशील विषय पर यह पहल महत्वपूर्ण है। ऐसे कार्यक्रमों के जरिए आमजन को यातायात नियमों की पालना के मार्गदर्शन के साथ सड़क पर सुरक्षित यात्रा के लिए निरंतर जागरूक किया जाए।
राज्यपाल ने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा आगामी एक माह को ‘नो एक्सीडेंट मंथ’ के रूप में मनाया जाए। इसके लिए प्रचार-प्रसार का विशेष अभियान चलाया जाए। इसके लिए सामूहिक प्रयास किए जाएं, जिससे बीकानेर इस क्षेत्र में नजीर बने।
राज्यपाल ने कहा कि सुरक्षित परिवहन आज के समय की सबसे बड़ी आवश्यकता है। ज्यादातर मामलों में दुर्घटनाएं या तो लापरवाही के कारण होती हैं या सड़क उपयोगकर्ता की सड़क सुरक्षा जागरूकता की कमी के कारण होती हैं। सड़क दुर्घटनाओं का एक बड़ा कारण नशा करके वाहन चलाना और इस दौरान मोबाइल का उपयोग करना है। उन्होंने कहा कि वाहन मालिक भी चालकों को नियमित रूप से सुरक्षित परिवहन के लिए प्रेरित करें।
राज्यपाल ने मां सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की। इंडियन रेडक्रॉस सोसाइटी के स्टेट वाइस चेयरमैन श्री विजय खत्री ने स्वागत उद्बोधन दिया और सोसायटी के कार्यों के बारे में बताया। क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी श्री अनिल पांडिया ने सड़क सुरक्षा से जुड़ी प्रस्तुतीकरण दिया।
राज्यपाल ने इस दौरान सड़क सुरक्षा क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वाली नौ प्रतिभाओं का सम्मान किया। राज्यपाल ने सड़क सुरक्षा पर आधारित पुस्तक ‘सड़क सुरक्षा की स्वर लहरिया’ का विमोचन किया। जिला कलेक्टर श्रीमती नम्रता वृष्णि ने आभार जताया। कार्यक्रम में पुलिस अधीक्षक श्री कावेंद्र सागर और इंडियन रेडक्रॉस सोसाइटी के चेयरमैन श्री राजेंद्र जोशी अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। इस दौरान राज्यपाल ने वाहन दुर्घटनाओं में घायलों का सहायता के लिए वाहनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
कार्यक्रम में महाराजा गंगा सिंह विश्वविद्यालय के कुलपति आचार्य मनोज दीक्षित, इंडियन रेडक्रॉस सोसाइटी के जिला वाइस चेयरमैन डॉ. तनवीर मालावत सहित अनेक लोग मौजूद रहे।
राज्यपाल ने इनका किया सम्मान
कार्यक्रम के दौरान राज्यपाल श्री बागडे ने क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी श्री अनिल पांडिया, जनसंपर्क विभाग के उपनिदेशक श्री हरि शंकर आचार्य, मेडिकल कॉलेज के प्रोफेसर एवं विभागाध्यक्ष ऑर्थोपेडिक्स विभाग डॉ बी. एल. खजोटिया, बीकानेर पुलिस के निरीक्षक श्री नरेश निर्वाण, जिला क्षय रोग निवारण अधिकारी डॉ. सी.एस. मोदी, सेवानिवृत्त चिकित्सा अधिकारी डॉ. अनिल कुमार वर्मा, बीएसएफ हेड कांस्टेबल व्हीकल मैकेनिक श्री राजकुमार, श्रीगंगानगर यातायात पुलिस के कांस्टेबल श्री राकेश कुमार, सामाजिक कार्यकर्ता सड़क दुर्घटनाओं में घायलों को चिकित्सा सेवा मुहैया करवाकर जीवन रक्षा करने के लिए श्री श्रीराम मंडा का स्मृति चिह्न और प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया।