ताजा खबरे
‘एक देश एक धड़कन’ अभियान के अंतर्गत ‘काव्य संध्या’ का आयोजन ** कैरियर प्रदर्शनी आयोजितलव जिहाद में फंसकर पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा गिरफ्तारमुख्यमंत्री को चाय की चाह ने रोका, चाय की चुस्की के साथ की चर्चा, करणी माता मंदिर में किए दर्शनमुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा के काफिले के सामने कांग्रेस का प्रदर्शन, तख्तियां लहराईमुख्यमंत्री शर्मा का बीकानेर नाल एयरपोर्ट पर जनप्रतिनिधियों और प्रशासनिक अधिकारियों ने किया स्वागतविश्व की सबसे छोटी गाय भारत मे, दुर्लभ नस्ल की गाय खतरे में!राजमाता बाघेलीजी सुदर्शना कुमारीजी ऑफ बीकानेर ट्रस्ट ने जनहितार्थ 31.34 लाख रु. का सहयोग किया1580 करोड़ की GST चोरी, 9 ठिकानों पर रेड, दो गिरफ्तारभाजपा नयाशहर मण्डल की कार्यकारिणी की घोषणादेश व दुनिया की प्रमुख खबरें, Headlines News
Share This News

Thar posts

Screen Shot 2020 08 19 at 5.45.42 PM 13 1 नए खोले गए कॉलेजों में पदों की वित्तीय स्वीकृति नहीं देने का विरोध Bikaner Local News Portal बीकानेर अपडेट

Tp न्यूज़। राजस्थान विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालय शिक्षक संघ (राष्ट्रीय) ने राज्य सरकार द्वारा खोले गए नए 37 महाविद्यालयों में शैक्षणिक व अशैक्षणिक पदों तथा भवन निर्माण व रिपेयर हेतु वित्तीय स्वीकृति नहीं देने का विरोध करते हुए संशोधित आदेश निकालने की मांग की है।

इस संबंध में जानकारी देते हुए प्रदेश अध्यक्ष डॉ दिग्विजय सिंह शेखावत ने बताया कि राज्य सरकार ने इस वर्ष नए खोले गए महाविद्यालयों में किसी तरह के पदों की वर्तमान वित्तीय वर्ष में या भविष्य में स्वीकृति नहीं देने संबंधी आदेश जारी किए हैं, ऐसा राज्य की उच्च शिक्षा के इतिहास में पहली बार हुआ है तथा यह उच्च शिक्षा, शिक्षकों, विद्यार्थियों एवं बेरोजगार युवाओं के साथ गंभीर मजाक है। बिना पदों की स्वीकृति के ये महाविद्यालय कैसे चलाए जाएंगे, विश्वविद्यालय से इनकी संबद्धता के मानदंड कैसे पूरे किए जाएंगे, शिक्षा की गुणवत्ता का क्या होगा, इसकी चिंता किए बिना महाविद्यालय खोल दिए गए हैं ।प्रदेश महामंत्री डॉ नारायण लाल गुप्ता ने बताया कि बिना शिक्षक के और भवन के महाविद्यालय चलाने की इस व्यवस्था राज्य की उच्च शिक्षा क्षेत्र में नई गिरावट लाएगी । सरकार ने 37 नए महाविद्यालय खोलने के साथ पहले से चल रहे महाविद्यालयों में 10 नए विषय स्नातक स्तर पर, 7 विषय स्नातकोत्तर स्तर पर खोलने एवं 10 स्नातक महाविद्यालयों को स्नातकोत्तर स्तर पर क्रमोन्नत करने के आदेश जारी किए हैं लेकिन इनके लिए भी किसी तरह की मानवीय अथवा भौतिक संसाधन की वित्तीय स्वीकृति देने यह तो मना कर दिया है। यहां तक कि इस हेतु कोई अतिरिक्त फर्नीचर, ऑफिस व्यय, बिजली,-पानी का खर्च आदि भी देय नहीं होगा । अभी तक जो नए कॉलेज खोले गए थे उनमें कम से कम पदों की वित्तीय स्वीकृति तो जारी हुई थी। आज नहीं तो दो-चार साल बाद भरेंगे इसकी उम्मीद तो बाकी बचती थी । अब इस आदेश का मतलब है बिना शिक्षक के और बिल्डिंग के कॉलेज चलाए जा सकेंगे। रुक्टा (राष्ट्रीय) ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर इन प्रावधानों और शर्तों को हटाते हुए समुचित संख्या में पद सृजन करने एवं अन्य ढांचागत सुविधाओं की वित्तीय स्वीकृति जारी करने की मांग की है।


Share This News