Thar पोस्ट न्यूज बीकानेर। उत्तरी राजस्थान सहकारी दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ लिमिटेड, बीकानेर (उरमूल डेयरी) द्वारा दूध का दूध-पानी का पानी-शुद्ध के लिए युद्ध अभियान के तहत वाटर वर्क्स टँकी के पास स्थित सरस बूथ पर शिविर आयोजित कर स्थानीय उपभोक्ताओं द्वारा लाए गए दूध के सैम्पल्स की निःशुल्क जांच करने पर मिले चोंकाने वाले सैम्पल।
अभियान प्रभारी शुभम गुलाटी ने बताया कि कुल 33 सैम्पल आए, जिसमें से 28 सैम्पल फैल और केवल 05 सैम्पल पास हुए।फैल हुए सैम्पल्स में ग्लूकोज, स्ट्रेच,साल्ट,पावडर और पानी की अत्यधिक मात्रा में मिलावट पाई गई।
बूथ संचालक छगनलाल ने भी जांच शिविर में सहयोग किया।
उरमूल डेयरी की एक टीम जिसमें मनीष रँगा, हनुमान सियाग, उमेश, आदित्य ओझा आदि जांच शिविर लगने के पूर्व डोर टू डोर पैम्पलेट वितरण कर उपभोक्ताओं को जागरूक करती है।
उरमूल डेयरी के प्रबन्ध निदेशक बाबूलाल बिश्नोई ने बताया कि अधिकतर दूध बेचने वाले कृत्रिम,मिलावटी दूध एवं प्लास्टीक की केन में दूध लेकर आते हैं, जो कि स्वास्थ्य के लिए बेहद हानिकारक होती है।समय अन्तराल में उसके दुष्परिणाम सामने आते हैं। उरमूल डेयरी नकली और मिलावटी दूध की निःशुल्क जांच के लिए सम्पूर्ण जिले में आगामी 17 फरवरी अभियान को जारी रखेगी,आम उपभोक्ता घर से निकल कर निःशुल्क जांच करवाए और स्वास्थ्य के प्रति सजग रहें। साथ ही डेयरी की ओर से सरस दूध का 200मिली दूध का पाउच, पैन और नये साल का कलेण्डर मुफ्त में उपभोक्ताओं को उपलब्ध करवाया जा रहा है। अभियान में स्थानीय उपभोक्ताओं अमरजीत,दिनेश खत्री, श्रीमती शांति,श्रीमती अनिता, आसुतोष आदि ने कहा कि उरमूल डेयरी का यह जांच अभियान प्रशंसनीय कार्य है। उन्होंने सरकार या उरमूल डेयरी द्वारा सतत चलाए जाने और सरस दूध की होम डिलीवरी सुविधा उपलब्ध करवाई जाने की मांग की।