Thar पोस्ट न्यूज़ विशेष। बीकानेर को धोरों वाला ऊंटों वाला शहर भी कहते है। इसी बीकानेर में एक दशक तक लगातार ऐसा दौर चला जब देश के नामचीन गायक अपने जलवे बिखरने बीकानेर आते थे। बीकानेर के पर्यटन विभाग द्वारा प्रतिवर्ष ऊंट उत्सव और राजस्थान दिवस पर नामी दिग्गज कलाकारो को बुलाया जाता था। इससे जुड़ा एक रोचक किस्सा। विभाग द्वारा राजस्थान दिवस पर डॉ करणी सिंह स्टेडियम में अभिजीत नाईट रखी गई। मार्च का महीना था। स्टेडियम में आंधी के कारण व्यवधान भी हुआ, लेकिन दर्शक अभिजीत को सुनने के लिए मैदान पर डटे रहे। कार्यक्रम में मौसम के कारण व्यवधान जारी था। यह वह दौर था जब अभिजीत भट्टाचार्य शाहरुख़ खान और सलमान खान के कारण गायकी में शीर्ष पर थे। उनके अधिकाश गाने शाहरुख़ पर ही फिल्माए जा रहे थे। तो मौसम सुधरने पर स्टेडियम में तय समय से दो घंटे बाद अभिजीत नाईट शुरू हुई। अभिजीत लंबा सा ब्राऊन कोट पहने म्यूजिक शुरू होने के बाद बादशाह फिल्म के हिट गाने के साथ स्टेज पर आये। म्यूजिक के साथ माइक लिए स्टेज पर चढ़ना उनका एक अंदाज है। अन्य महिला कलाकार भी स्टेज पर थी। मैं प्रेस दीर्घा में आगे बैठा था। खैर, अभिजीत ने दूसरा गाना सुनो ना सुनोना सुन लो ना शुरू किया ही था कि उनके बीकानेर में जबरदस्त फैन और पार्षद देवराज भाटी स्टेज पर चढ़ गए और अपनी जेब से एक नोट निकालकर अभिजीत के सिर पर घुमाने घोल करने लगे। अभिजीत के काटो तो खून नहीं। जोर से मुजिसियन्स की तरफ बोले -स्टॉप। फिर चिल्लाते हुए बोले : यह मुजरा है क्या?? व्हाट इज दिस! इतने में पर्यटन विभाग के अधिकारी और सुरक्षा कर्मी स्टेज की और लपके और पार्षद जी को नीचे लेकर आये। तो यह बीकानेर है और यहाँ सबकुछ संभव है- जितेंद्र व्यास