Thar पोस्ट न्यूज। हरियाणा में चुनावी बिगुल थम गया है। विधानसभा चुनाव के लिए मतदान 5 अक्टूबर को है। यहां चुनावी समीकरण पूरी तरह बदल गए। जानकारों की मानें तो सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी को 10 साल की सत्ता विरोधी लहर के कारण एक बड़ी चुनौती का सामना करना पड़ रहा है।
राज्य की सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी कांग्रेस लंबे समय तक सरकार से बाहर रहने के बाद सत्ता में वापसी के सपने देख रही है। कई क्षेत्रीय दल अपनी उपस्थिति मजबूत करने और राज्य के राजनीतिक परिदृश्य में पैर जमाने की उम्मीद में चुनाव लड़ रहे हैं। चुनाव के दिन जैसे-जैसे करीब आ रहे हैं, इस बात को लेकर उत्सुकता बढ़ती जा रही है कि हरियाणा में कौन सी पार्टी विजयी होगी।
सट्टा बाजार का गणित
कुल सीटें 90
कांग्रेस – 56 से 58 सीटें
भाजपा – 24 से 26 सीटें
सट्टे बाजारों में से एक फलौदी सट्टा बाजार के आकलन पर भी सबकी निगाहें टिकी हुई है। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, फलौदी सट्टा बाजार ने हरियाणा विधानसभा चुनावों का अपना आकलन और परिणामों के लिए अपना पूर्वानुमान जारी किया है।
सट्टा बाजार की ताजा भविष्यवाणी बताती है कि राज्य में कांग्रेस का पलड़ा भारी रह सकता है। 90 विधानसभा सीटों में से कांग्रेस को 56 से 58 सीटें मिलने का अनुमान है, जिससे बड़े बहुमत के साथ पार्टी सरकार बनाने की स्थिति में है। दूसरी ओर, भाजपा का प्रदर्शन और भी खराब रहने की उम्मीद है, फलोदी सट्टा बाजार का अनुमान है कि सत्तारूढ़ पार्टी आगामी चुनावों में 24 से 26 सीटें जीतेगी।