ताजा खबरे
बीकानेर में 5 लाख रुपये का कपड़ा चोरीश्याम सुंदर को पीएच.डीनागौरी तेलियान समाज का सामूहिक विवाह कलकेसरी सिंह बारहठ का त्याग, बलिदान युवाओं के लिए प्रेरक – प्रोफेसर डॉ. बिनानीभाजपा नेताओ ने आतिशबाजी कर जश्न मनायाबीकानेर राजपरिवार विवाद में न्यायाधीश, बीकानेर द्वारा मौका कमिश्नर की नियुक्तिबीकानेर :10 रुपए का सिक्का डालने से निकलेगा कपड़े का थैलामहाराष्ट्र में बीजेपी गठबंधन की आंधी, झारखंड में जेएमएम, राजस्थान में टक्करराजस्थान : जिंदा व्यक्ति का पोस्टमार्टम किया, डीप फ़ीज़र में रखा, फिर चलने लगी सांसेंडॉ. नीरज के पवन आज बीकानेर में, बीकानेर संभाग में कार्यों का निरीक्षण करेंगे
IMG 20201004 005550 5 बीकानेर में बिक रहा मिलावटी दूध, इन हानिकारक पदार्थों की हो रही मिलावट Bikaner Local News Portal बीकानेर अपडेट, राजस्थान
Share This News

Tp न्यूज़। बीकानेर में अनेक स्थानों पर मिलावटी दूध बिक रहा है। स्वस्थ्य विभाग जान कर भी अनजान बना हुआ हैं। लेकिन आप अपने स्तर पर इसकी जांच कर सकते हैं। दूध को संपूर्ण आहार कहा जाता है लेकिन यह संपूर्ण आहार उस वक्त खतरनाक हो जाता है जब इसमें मिलावट करके इसकी शुद्धता कम कर दी जाती है। कई बार ऐसा होता है कि दूध में सिर्फ पानी ही नहीं मिलाया जाता बल्कि इसकी मात्रा बढ़ाने के लिए इसमें कई केमिकल्स भी मिला दिए जाते हैं, जो न सिर्फ आपको बीमार बना सकते हैं बल्कि बढ़ते बच्चों के विकास में भी बाधक बन सकते हैं। दूध में मिलावट की पहचान-
पानी
ढलान वाली सतह पर दूध की एक बूंद डालें। शुद्ध दूध की बूंद धीरे-धीरे सफेद लकीर छोड़ते हुए जाएगी, जबकि पानी की मिलवाट वाली बूंद बिना कोई निशान छोड़े बह जाएगी।
स्टार्च
लोडीन का टिंर और लोडीन सॉल्यूशन में कुछ बूंदे डालें, अगर वह नीली हो जाएं, तो समझें कि वह स्टार्च है।
यूरिया
एक चम्मच दूध को टेस्ट ट्यूब में डालें। उसमें आधा चम्मच सोयाबीन या अरहर का पाउडर डालें। अच्छी तरह से मिला लें। पांच मिनट बाद, एक लाल लिटमस पेपर डालें, आधे मिनट बाद अगर रंग लाल से नीला हो जाए, तो दूध में यूरिया है।
डिटर्जेंट
5 से 10 एमएल दूध को उतने ही पानी में मिला के हिलाएं। अगर झाग बनती है, तो डिटर्जेंट है।
सिन्थेटिक दूध
सिन्थेटिक दूध का स्वाद कड़वा होता है, उंगलियों के बीच रगड़ने से साबुन जैसा लगता है और गर्म करने पर पीला हो जाता है।सिन्थेटिक दूध में प्रोटीन की मात्रा है या नहीं, इसकी जांच दवा की दुकान पर मिलने वाली यूरीज स्ट्रिप से की जा सकती है। इसके साथ मिली रंगों की सूची दूध में यूरिया की मात्रा बता देगी। बीकानेर में बिक रहे दूध की व्यापक स्तर पर जांच होनी चाहिए।


Share This News