Tp न्यूज़। डाॅक्टरों की देखभाल और जिला प्रशासन की अच्छी भूमिका की बदौलत कोरोना को हराकर सामान्य जीवन जीने लगी हूं। आॅक्सीजन लेवल कम होने के कारण घर से एम्बूलेंस में बैठकर जाने से लेकर लौटने तक की सभी सराहनीय व्यवस्थाओं के लिए सरकार एवं जिला प्रशासन का आभार जताती हूं।’
यह कहना है मुरलीधर व्यास काॅलोनी में रहने वाली संतोष पारीक का। वह 27 अक्टूबर को कोरोना पाॅजिटिव रिपोर्ट हुई। इस दौरान आॅक्सीजन लेवल लगातार कम हो रहा है। इस कारण कोविड अस्पताल भर्ती होना मुनासिफ समझा। उन्होंने बताया कि फोन करते ही एम्बूलेंस आ गई। एम्बूलेंस में भी आॅक्सीजन की व्यवस्था थी, जिससे आंशिक राहत मिली। अस्पताल पहुंचने के थोड़ी देर बाद ही इलाज चालू हो गया। सभी डाॅक्टरों ने अच्छी देखभाल की। दवाइयां समय पर मिलती रहीं।
जिला प्रशासन की माॅनिटरिंग का आभार जताते हुए उन्हांेने कहा कि पूरी व्यवस्थाओं को बनाए रखने में जिला कलक्टर के नेतृत्व में प्रशासन की भूमिका अच्छी रही। प्रशासनिक अधिकारियों ने सफाई का जायजा लिया। खाने की गुणवत्ता को परखा। चाय और नाश्ता भी समय पर मिलता रहा। बुजुर्ग मरीजों के लिए दलिया की व्यवस्था थी। कुल मिलाकर कोविड अस्पताल की सभी व्यवस्थाओं ने बेहद प्रभावित किया। इनकी बदोलत अब वह स्वस्थ है।
संतोष पारीक ने युवाओं से अपील करते हुए कोरोना गाइडलाइन की शत-प्रतिशत पालना का सुझाव दिया। उन्होंने कहा कि जब तक वैक्सीन नहीं आती, तब तक कोई ढिलाई नहीं बरते। उन्होंने कहा कि कोरोना को खत्म करने के लिए प्रशासन का सहयोग करना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए।