Tp न्यूज़। बीकानेर, 11 दिसम्बर। परिवार कल्याण कार्यक्रम में क्रन्तिकारी साबित हुए अंतरा डी.एम.पी.ए. इंजेक्शन की सेवाएं अब पी.बी.एम. असपताल, जिला अस्पताल, सभी सीएचसी, शहरी पीएचसी व डिस्पेंसरियों में उपलब्ध हैं। शुक्रवार को इस सन्दर्भ में महिला स्वास्थ्यकर्ताओं के लिए जिला स्तरीय प्रशिक्षण स्वास्थ्य भवन सभागार में आयोजित किया गया। उप मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (परिवार कल्याण) डॉ. योगेन्द्र तनेजा ने बताया कि अंतरा इंजेक्शन 18 वर्ष से लेकर 45 की उम्र तक किसी भी महिला को डॉक्टर द्वारा स्वास्थ्य परीक्षण कर शुरू किया जा सकता है। बाद की डोज नर्सिंग स्टाफ या आयुष चिकित्सक द्वारा भी दी जा सकती है। मुख्य प्रशिक्षक स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ मूलचंद खीचड़ ने अंतरा लगवाने वाली महिलाओं को नियमित फोलो अप करने और 3 माह के अंतराल से बुलाकर अगली डोज देने की बात रखी। डीएनओ मनीष गोस्वामी ने अंतराराज ऑनलाइन सॉफ्टवेयर में नियमित इन्द्राज करने सम्बंधी प्रशिक्षण दिया। रोज-रोज गर्भनिरोधक उपयोग के बजाय 3 माह में एक बार इन्जेक्टेबल कॉन्ट्रासेप्टिव (अंतरा) इंजेक्शन योग्य दम्पतियों की पसंद बन रहा है।
क्या है अंतरा ?डॉ. तनेजा ने बताया कि राष्ट्रीय परिवार कल्याण कार्यक्रम के तहत् प्रभावी गर्भनिरोधक साधनों में नई तकनीक के इन्जेक्टेबल कॉन्ट्रासेप्टिव (अंतरा) इंजेक्शन को शामिल किया गया है। इन्जेक्टेबल कॉन्ट्रासेप्टिव (अंतरा) का उपयोग उच्च प्रजनन दर को कम करने में महत्वपूूर्ण साधन है एवं योग्य दम्पत्तियों को समय पर परामर्श देकर तथा यथा समय फॉलोअप पर विशेष ध्यान देकर परिवार को सुखी बनाने का सफल प्रयास है। उन्होंने बताया कि इस इन्जेक्शन के उपयोग के बाद महिला को आलोच्य अवधि तक गर्भधारण रोकथाम के लिए अन्य किसी साधन का उपयोग करने की आवश्यकता नहीं रहती।