Thar पोस्ट। एक अनूठा मामला स्वास्थ्य विभाग में चर्चित हो रहा है। दमोह जिले के तेंदूखेड़ा प्राथमिक स्वस्थ केंद्र में गर्भवती महिलाओं की जांच करने वाले कक्ष के वायरल वीडियो मामले में यहां पदस्थ सीबीएमओ आरआर बागरी ने पुलिस को सभी प्रमाण के साथ ज्ञापन दिया है और उन नर्सों पर कार्रवाई की मांग की है, जिन्होंने उनकी क्षवि खराब करने की कोशिश की है।
ज्ञापन में कहा गया है कि सीबीएमओ की क्षवि खराब करने के उद्देश्य से यहां पदस्थ नर्सों ने प्लानिंग के तहत स्वास्थ्य केंद्र में गर्भवती महिलाओं की जांच करने वाले रूम का एक वीडियो सोसल मीडिया पर वायरल कर दिया।
नर्सों द्वारा यह सफाई दी गई थी कि जिस कक्ष को गोपनीय रखा जाता है, वहां पर तेंदूखेड़ा सीबीएमओ ने कैमरा लगाया है, जिसके कारण गोपनीयता भंग हो रही है। मामला मीडिया में आया तो तेंदूखेड़ा सीबीएमओ द्वारा कहा गया कि जो कैमरा लगाया है वह नर्सों की निगरानी के लिए लगा है और जो वीडियो वायरल हुआ है वह फोन से बनाया गया है।
तेंदूखेड़ा स्वस्थ केंद्र के सीबीएमओ आरआर बागरी के पास एक माह पहले कुछ लोगों ने लिखित शिकायत की थी कि वह अपने परिवार की महिला की डिलेवरी कराने स्वस्थ केंद्र आये तो यहां पदस्थ स्टाफ नर्सों द्वारा उनके साथ अभद्र व्यवहार करते हुए गालियां दीं और जब विरोध किया तो मारपीट की गई। इसकी लिखित शिकायत मिलने के बाद सीबीएमओ ने नर्स को नोटिस जारी किया और उस कक्ष में कैमरा लगवाया जहां विवाद होता है।
कैमरा लगाने के बाद सीबीएमओ पर स्टॉप नर्सों ने दबाव बनाने के लिए एक स्वास्थ्य कर्मी के फोन से जांच के लिए आई एक माहिला का वीडियो बनवाया और उसको वायरल करवा दिया। वीडियो वायरल होने के बाद तेंदूखेड़ा सीबीएमओ बागरी ने स्टाफ के साथ मिलकर तेंदूखेड़ा थाने में इसकी लिखित शिकायत की जिसकी जांच पुलिस कर रही है। वहीं सीबीएमओ ने भी अपने स्तर से जांच की और वीडियो फुटेज में जो महिला स्वास्थय कर्मी ने वीडियो बनाया है उसी ने अब कबूला है कि उसे वीडियो बनाने के लिए स्टॉप नर्स ने कहा था।
इस वीडियो में दिख रहा कैमरा
स्वास्थय केंद्र का जो वीडियो 25 मई को वायरल हुआ था, उसमें बताया गया था की महिलाओं के कक्ष में सीबीएमओ द्वारा कैमरा लगाकर महिलाओं की होने वाली जांच को चोरी छिपे देखते हैं।
इस मामले की सच सामने आ गया और जो वीडियो वायरल हुआ है, उसमें वह कैमरा भी दिख रहा है जो कक्ष में लगाया गया था। इसके बाद पूरा मामला साफ हो गया। बाद में सीबीएमओ ने जांच पड़ताल की और उस महिला कर्मचारी से पूछताछ की जिसके पैर और कपड़े उस वीडियो में दिख रहे है तो उसने पूरी सच्चाई लिखित में दे दी।
पूरा मामला सामने आने के बाद शनिवार को तेंदूखेड़ा सीबीएमओ आरआर बागरी ने स्टॉप के साथ तेंदूखेड़ा तहसील पहुंचकर तेंदूखेड़ा एसडीएम और तेंदूखेड़ा एसडीओपी के नाम लिखित ज्ञापन तेंदूखेड़ा तहसीलदार को सौंपा है। जिसमें उन्होंने बताया है की जो वीडियो वायरल हुआ है वह नर्सिंग कक्ष से 21 मई को बनाया गया था। उसकी सीडी बनवाई गई है और अब उन कर्मचारियों पर कड़ी कार्रवाई की हम लोग मांग करते है, जिनके द्वारा ये कार्य किया गया है। ज्ञापन में लिखा है की वायरल वीडियो नर्सिंग स्टॉप के सहयोग से रेडियोग्राफर सगुफा अंजुम द्वारा अपने फोन से मोबाइल से बनाया गया है। जिसकी पुष्टि स्वास्थय केंद्र में लगे वीडियो फुटेज से हुई है। स्टॉप नर्स के कहने पर यह वीडियो बनाया गया है जिसमें स्टॉप नर्स गंगा लोधी की आवाज आ रही है और महिला का सीना दिख रहा है।
वीडियो में प्रियंका गायकवाड़ के द्वारा यह प्रयास किया जा रहा है पीएनसी महिला के स्तनपान स्पस्ट रूप से वीडियो में आ जाये यह सब सीसीटीवी कैमरे में रिकार्ड हुआ है। उपयुक्त वीडियो बनाने के बाद अंगूठा दिखाकर बीओ दीपशिखा कोरी गले मिल रहीं है यह सब उस कक्ष में लगे कैमरे में रिकार्ड हुआ है। पूरी रिकाडिग के साथ ज्ञापन सीबीएम ओ द्वारा सौंपा गया है और अब स्वास्थ्य कर्मियों ने सभी लोगों पर कड़ी कार्रवाई की मांग शासन, प्रशासन से की है।
तेंदूखेड़ा सीबीएमओ आरआर बागरी ने बताया की स्टॉप नर्स काम करती नहीं है और नोटिस देने के बाद आगे कार्रवाई न हो इसके लिए मुझ पर दवाव बना रही थी। उसी के तहत पूरी साजिश रची गई थी। जिसके सबूत परिसर में लगे कैमरे में कैद है। मैंने स्टॉप के साथ मिलकर पुलिस को ज्ञापन देकर मामले में लिप्त कर्मचारियों पर कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है।