Tp न्यूज़। बीकानेर-फिक्र-ए-मिल्लत खून से लिख रही है रिश्तों की नई इबारत। बीकानेर शहर में हमेशा गंगा जमुनी तहजीब रही है उसी को आगे बढ़ाते हुए फिक्र-ए-मिल्लत द्वारा चलाई गई इस मुहिम की हर कोई सराहना कर रहा है। बीकानेर के युवाओं का कहना है कि कुछ समय पहले हम एक दूसरे को खून देने से डरते थे लेकिन जब से फिक्र-ए-मिल्लत अपने वुजूद में आई है उसके बाद बीकानेर के युवाओं को लोगों की जान बचाने के लिए तथा जरूरतमंदों की मदद करने के लिए फिक्र-ए-मिल्लत ने इतना प्रेरित कर दिया है कि आंधी हो या बरसात दिन हो या रात बीकानेर के युवा जरूरतमंदों की मदद करने के लिए हमेशा तैयार रहते हैंफिक्र-ए-मिल्लत ब्लड हेल्पलाइन के वरिष्ठ सदस्य फरियाद नज़ीर खान ने बताया कि 5 दिसम्बर 2020 को हाली में देश मे चल रहे किसान आंदोलन के समर्थन में चुरू निवासी किसान पुत्र एवं पीबीएम हॉस्पिटल में मेल नर्स के पद पर कार्यरत मुहम्मद अब्बास ने वॉलंटियर के रूप में जरूरतमंद मरीजो के लिए अपना प्लाज़्मा दान कर पीबीएम हॉस्पिटल ब्लड बैंक प्रसाशन का सहयोग किया।फिक्र-ए-मिल्लत के उपाध्यक्ष अब्दुल कदीर गौरी ने बताया की कोरोना महामारी के चलते पीबीएम हॉस्पिटल ब्लड बैंक में रक्त की कमी को ध्यान में रखते हुवे फिक्र-ए-मिल्लत ब्लड हेल्पलाइन के सभी सदस्यों ने 5 महीने पहले जरूरतमंद लोगों की मदद का संकल्प लेकर इस सेवा को आरंभ किया और आज दिनांक 5-12-2020 तक 21 यूनिट प्लाज़्मा,19 प्लेटलेट्स व 253 यूनिट ब्लड उपलब्ध करवा चुकी है, इसके अलावा इसी वर्ष के सितंबर माह की 27 तारीख को एक विशाल रक्तदान शिविर का आयोजन कर 102 यूनिट ब्लड पीबीएम हॉस्पिटल ब्लड बैंक प्रसाशन को उपलब्ध करवा चुकी है ।ब्लड हेल्पलाइन के शाहिद खान कायमखानी ने बताया कि प्लाजमा दान के दौरान डॉ. तहसीन अनवर, डॉ. सोनम, डॉ. ईशान,डॉ. कालू राम एवं नर्सिंग स्टाफ उज़्मा परवीन एवं फिक्र ए मिल्लत के अबरार कायमखानी आदि मौजूद रहे ।