Thar पोस्ट, न्यूज। राष्ट्रसंत, डाक्टर आचार्य प्रवर दिव्यानंद सूरीश्वर महाराज साहब ( निराले बाबा ) के प्रवास स्थल भीनासर में स्थित निराला जैन भवन में गुरु गोविंद सिंह जी प्रकटो दिवस पर विचार प्रस्तुत करते हुए कहा कि जैन धर्म और सिक्ख धर्म का आपस में बहुत जबरदस्त तालमेल है क्योंकि गुरु गोविंद सिंह के दोनो सुपुत्र बाबा फतेह सिंह और जोरावर सिंह जी को जब इस्लाम धर्म स्वीकार नहीं किया तब दीवार में चिनवाया गया था तो उस उनके बलिदान के बाद संस्कार के लिए जो भूमि खरीद कर दी गई वो भूमि खरीदने वाले श्री टोडर मल जैन श्रावक थे। जिन्होंने सोने की खड़ी मोहरे रख कर उस समय 350 वर्षो पहले करोड़ो रूपये की भूमि समर्पित की थी जो कि बहुत बड़ी बात थी।
आज ये बात इतिहास के पन्नो में लिखी हुई है।
आज भक्तामर स्तोत्र पाठ का परायण श्रीमती राजू देवी सुरेन्द्र चौपड़ा के निवास स्थान अणुव्रत नगर, रामदेव कॉलोनी में हुआ।
इस अवसर पर जेठमल बुच्चा उर्मिला बुच्चा आदि सपरिवार का सम्मान किया गया