Thar पोस्ट, न्यूज बीकानेर। अंतरराष्ट्रीय ऊँट उत्सव के दौरान हेरिटेजवॉक में दूल्हे की परंपरागत बारात निकाली गई। जानकारी में रहे कि प्राचीन समय मे बीकानेर में दूल्हे की इसी अंदाज में बारात निकलती थी। बाद में यह परंपरा भी बनी। बीकानेर के परकोटे में आज भी परम्परा का निर्वहन होता है। रमक झमक’ की ओर से विष्णु स्वरूप बना बींद खिड़किया पाग, पीताम्बर, पेवड़ी, गेड़िया धारणकर कार्तिक देरासरी हैरिटेजवॉक में सम्मलित रहे। विष्णु रूप धारण कर लौकार की छांव में गेड़िया ऊपर कर कार्तिक चार बारातियों के साथ चले तो अनेक पर्यटक इस स्वरूप को समझने की व उनके साथ सेल्फी लेने में लगे रहे। बींद बीच बीच मे रमक झमक की ओर से ‘सावा देखण आओ सा’ का आग्रह के साथ निमंत्रण देते रहे।रमक झमक के अध्यक्ष प्रहलाद ओझा ‘भैरुं’ ने बताया कि ‘पुष्करणा सावा’ बीकानेर की पौराणिक सस्कृति है और इस बार सावा भी 18 फरवरी में होने वाला है! इसलिये सावा की झलक के रूप रमक झमक का यह सावा बींद सबको आकर्षित करता रहा।