Thar पोस्ट न्यूज। एक बार फिर ऑस्ट्रेलिया ने वर्ल्ड कप जीत लिया है। कंगारू टीम ने फाइनल में भारत को 6 विकेट से हराया। भारत की टीम पूरे मुकाबले में नाबाद रहने के बाद भी फाइनल हार गई। ऑस्ट्रेलिया कई बार हारने के बाद भी, टूर्नामेंट में लगभग बाहर होते हुए भी जुझते हुए फाइनल जीत गई। ट्रेविस हेड ने ताबड़तोड़ शतक जड़ा. अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेले गए फाइनल में भारतीय टीम पहले खेलते हुए सिर्फ 240 रन ही बना सकी. विराट कोहली और केएल राहुल ने अर्धशतक जड़ा. जवाब में हेड के शतक के दम पर ऑस्ट्रेलिया ने लक्ष्य को 43 ओवर में 3 विकेट पर हासिल कर लिया. हेड 120 गेंद पर 137 रन बनाकर आउट हुए. 15 चौका और 4 छक्का लगाया. मार्नस लैबुशेन ने नाबाद 58 रन बनाए. हेड और लैबुशेन ने चौथे विकेट के लिए 192 रन जोड़े. इससे पहले हेड ने इसी साल जून में वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में भी शतक जड़कर भारतीय टीम से खिताब छीना था. ऑस्ट्रेलिया का यह वर्ल्ड कप का छठा खिताब है. दूसरी ओर 2003 के बाद टीम इंडिया को 2023 के फाइनल में भी ऑस्ट्रेलिया से हार मिली. भारतीय टीम की हार के 5 कारण इस तरह है। टीम इंडिया का स्कोर 10 ओवर के बाद 2 विकेट पर 80 रन था. ऐसे में टीम को अच्छी शुरुआत मिली थी. लेकिन 11वें ओवर में श्रेयस अय्यर आउट हो गए. पहले 10 ओवर में भारतीय बैटर्स ने 12 बाउंड्री लगाई थी. लेकिन अंतिम 40 ओवर में भारतीय खिलाड़ी सिर्फ 4 ही बाउंड्री लगा सके. इसने मैच में बड़ा अंतर पैदा कर दिया. दूसरी ओर ऑस्ट्रेलिया बैटर्स ने 11वें ओवर के बाद भी लगातार बाउंड्री से रन बटोरे. इस कारण उनका रनरेट नीचे नहीं आया. मैच में भारतीय बैटर्स ने 16 बाउंड्री लगाई. वहीं ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाजों ने 27 बाउंड्री लगाई. यानी टीम इंडिया से 11 अधिक.ऑस्ट्रेलिया ने मिडिल ओवर्स में लगातार गेंदबाज बदले. टीम के प्रमुख तेज गेंदबाज पैट कमिंस ने विराट कोहली को तो मिचेल स्टार्क ने केएल राहुल का विकेट झटका. इस कारण ये दोनों भारतीय बैटर अर्धशतक लगाने के बाद शतक तक नहीं पहुंच सके. पार्ट टाइम गेंदबाज ग्लेन मैक्सवेल ने रोहित शर्मा का बड़ा विकेट लिया. कंगारू टीम के 5 गेंदबाजों ने कम से कम एक विकेट लिया. दूसरी ओर भारत की ओर से सिर्फ 3 गेंदबाज जसप्रीत बुमराह, सिराज और मोहम्मद शमी ही विकेट ले सके.टीम इंडिया ने पहले 10 ओवर में ऑस्ट्रेलिया के 3 विकेट ले लिए थे. लेकिन इस दौरान 15 अतिरिक्त रन भी दे दिए थे. इस कारण कंगारू बैटर्स के ऊपर रनों का दबाव नहीं दिखा. मैच में टीम इंडिया ने 18 रन अतिरिक्त के रूप में दिए. यह अंत में भारतीय टीम के लिए महंगा साबित हुआ. दूसरी ओर ऑस्ट्रेलियाई फील्डर्स ने बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए 30 से 35 रन बचाए।