Thar पोस्ट, न्यूज। रेलवे बोर्ड द्वारा उत्तर पश्चिम रेलवे के बीकानेर मंडल को इस वर्ष पूर्ण रूप से विद्युतीकृत करने का लक्ष्य रखा गया है। इसी क्रम में जुलाई माह के अंत में मंडल के श्रीगंगानगर – गजसिंहपुर खंड का विद्युतीकरण किया गया। इस खंड के विद्युतीकरण के साथ मंडल के लगभग 1488 रेल किलोमीटर का विद्युतीकरण कार्य अभी तक हो चुका है व बचे हुए 292 रेल किलोमीटर पर कार्य द्रुत गति से किया जा रहा है जोकि इसी वर्ष पूर्ण किया जाना है।
अभी मंडल के रेवाड़ी – बठिंडा, रोहतक – भिवानी, बठिंडा – हनुमानगढ़ – सूरतगढ़ – STPS, हिसार – सादुलपुर व रेवाड़ी – लोहारु – सादुलपुर – चुरु खंड में इलेक्ट्रिक रेल गाड़ियों का संचालन किया जा रहा है व जल्द ही बीकानेर – चुरु व सादुलपुर – हनुमानगढ़ रूट पर भी इलेक्ट्रिक इंजन से सवारी रेल गाड़ियों का संचालन शुरू होने की संभावना है।
मंडल के बीकानेर स्टेशन का विद्युतीकरण भी किया जा चुका है जिससे कुछ दिन पूर्व बीकानेर – चुरु खंड में बिजली चालित माल गाड़ी का ट्रायल तौर पर सफल संचालन किया गया। जिससे बीकानेर से दिल्ली रूट पर इलेक्ट्रिक रेल गाड़ियों के संचालन का रास्ता खुल गया है। वर्तमान में बीकानेर से लालगढ़ तक 9 रेल किमी, श्रीगंगानगर से गजसिहपुर सेक्शन तक 67 रेल किमी, सूरतगढ़ (सरूपसर) से अनूपगढ़ सेक्शन तक 58 रेल किमी तथा लालगढ़ से नोखड़ा व फलौदी सेक्शन तक 158 रेल किमी का कार्य पूरा होना है जिस पर कार्य द्रुत गति से चल रहा है।
विद्युतीकरण के पश्चात बिजली चालित रेल गाड़ियों के संचालन से रेलवे को डीजल की बचत के कारण रेवेन्यू में विशेष लाभ होगा व पर्यावरण की दृष्टि से भी क्षेत्र को लाभ होगा।