Thar पोस्ट। विदेशी सैलानियों में हिन्दू धर्म के अनुसार विवाह करने का क्रेज बढ़ रहा है। पर्यटन क्षेत्र में यह लोकप्रिय इवेंट बन गया है। जोधपुर में तीन बार भारत घूम चुके फ्रांसीसी जोड़े ने अपने प्यार को सात जन्म तक सलामत बनाए रखने के लिए हिंदू रीति-रिवाज से दोबारा एक-दूसरे से शादी कर ली। हिंदू परंपराओं को लेकर जिज्ञासा और रुचि के चलते एरिक और ग्रैबियल ने फिर से एक दूसरे से शादी की। 60 साल का ये कपल हिंदू रीति-रिवाज से काफी ज्यादा प्रभावित है। उन्होंने अग्नि को साक्षी मानकर सात फेरे लेकर सात जन्म तक चलने वाले रिश्ते के बारे में सुना तो उन्होंने भी इस रिवाज से शादी करने की इच्छा जताई। इसके लिए सभी रीति रिवाज निभाए गए। पंडित ने वैदिक मंत्रोचार के साथ पाणिग्रहण संस्कार भी करवाया गया। इस दौरान कन्यादान की परंपरा भारतीय टूरिस्ट गाइड भुजपाल सिंह और उसकी पत्नी ने किया।फ्रांस के रहने वाले एरिक और ग्रैबियल के बच्चे भी हैं। यह कपल तीन बार भारत घूमने आ चुका है। काशी विश्वनाथ और अन्य धार्मिक स्थलों के दर्शन कर चुके हैं। यही कारण है कि इनकी हिंदू परंपराओं में काफी रुचि है।फ्रांस के रहने वाले वाले एरिक और ग्रैबियल राजस्थानी टूरिस्ट गाइड भुजपाल सिंह के संपर्क में हैं। टूरिस्ट गाइड भुजपाल सिंह ने अपने साले के विवाह समारोह में फ्रांसीसी कपल को आमंत्रित किया था। समारोह में शामिल होने लिए फ्रांस से आए इस कपल ने समारोह से दो दिन पहले ही अपनी दोबारा शादी की इच्छा जताई। इसलिए राजपूत समाज की पारंपरिक विधि विधान से उनका विवाह संपन्न करवाया गया। विदेशी जोड़े की शादी में टूरिस्ट के घर-परिवार के लोग ही घराती और बाराती बने। दूल्हा बने फ्रांस के एरिक राजशाही अचकन और साफा पहन घोड़ी पर सवार हुए और दुल्हन के द्वार पर पहुंचे। शहर के एक रेस्टोरेंट में कपल का शादी रचाई।फ्रांसीसी एरिक ने बताया, मैं भारतीय परंपराओं से काफी प्रभावित हूं। दोस्त भुजपाल सिंह (टूरिस्ट गाइड) ने जब मुझे शादी में आमंत्रित किया, तो लगा क्यों न ग्रैबियल के साथ मैं भी भारतीय परंपरा से शादी करूं, ताकि हम दोनों का प्यार सात जन्मों तक बना रहे, इसलिए हमने हिंदू रीति रिवाज से दोबारा शादी रचाई है। जानकारी में रहे कि बीकानेर में इस साल हुए कैमल फेस्टिवल में एक अमेरिकी जोड़े ने हिन्दू रीति से विवाह किया था। यह विवाह भी खूब वायरल हुआ।