Thar पोस्ट, न्यूज। अमेरिकी व यूरोपीय देशों में सेक्स वर्क को मान्यता मिली हुई है। कई देश सेक्स फ्री भी है। अब भारत मे भी सुप्रीम कोर्ट ने सेक्स वर्क को पेशा माना है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि वेश्यावृत्ति भी एक प्रोफेशन है, लेकिन वेश्यालय खोलना गैर कानूनी है। सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को आदेश दिया है कि सेक्स वर्कर्स के काम में हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए। जीवन चलाने का हक़ सभी को है। SC ने कहा है कि सहमति से सेक्स करने वाली महिलाओं और पुरुषों के खिलाफ पुलिस द्वारा आपराधिक कार्रवाई नहीं करनी चाहिए। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि ‘सेक्स वर्कर भी कानून के तहत गरिमा और सम्मान सुरक्षा के हकदार हैं।’ जस्टिस एल नागेश्वर राव वाली बेंच ने सेक्स वर्कर के ताल्लुक से 6 निर्देश देते हुए कहा कि सेक्स वर्कर कानून के समान संरक्षण के हकदार हैं।
गैरकानूनी है वेश्यालय –कोर्ट
सुप्रीम कोर्ट ने कहा,सेक्स वर्कर्स भी देश के नागरिक हैं। वे भी कानून में समान संरक्षण के हकदार हैं। बेंच ने कहा, इस देश के हर नागरिक को संविधान के अनुच्छेद 21 के तहत सम्मानजनक जीवन जीने का अधिकार मिला है। यदि पुलिस को किसी वजह से उनके घर पर छापेमारी करनी भी पड़ती है तो सेक्स वर्कर्स को गिरफ्तार या परेशान न करे। अपनी मर्जी से प्रॉस्टीट्यूट बनना अवैध नहीं है, सिर्फ वेश्यालय चलाना गैरकानूनी है। कोर्ट ने कहा कि महिला सेक्स वर्कर है, सिर्फ इसलिए उसके बच्चे को मां से अलग नहीं किया जा सकता। अगर बच्चा वेश्यालय या सेक्स वर्कर के साथ रहता है इससे यह साबित नहीं होता कि वह बच्चा तस्करी कर लाया गया है।
सुप्रीम कोर्ट ने अपने आदेश में कहा कि अगर सेक्स वर्कर के साथ कोई भी अपराध होता है तो तुरंत उसे मदद उपलब्ध कराएं, उसके साथ यौन उत्पीड़न होता है, तो उसे कानून के तहत तुरंत मेडिकल सहायता सहित वो सभी सुविधाएं मिलें जो यौन पीड़ित किसी भी महिला को मिलती हैं। कई मामलों में यह देखा गया है कि पुलिस सेक्स वर्कर्स के प्रति क्रूर और हिंसक रवैया अपनाती है। ऐसे में पुलिस और एजेंसियों को भी सेक्स वर्कर के अधिकारों के प्रति संवेदनशील होना चाहिए। गौरतलब है कि व्यावहारिक जीवन मे सेक्स वर्कर्स को आज भी अच्छी निगाह से नहीं देखा जाता। वेश्यावृति को विश्व मे प्राचीनतम व्यवसाय माना जाता है। इतिहास के अनुसार वेश्या को नगर वधू कहकर संबोधित किया जाता था। विकसित देशों में युवतियां व महिलाएं अपने अतिरिक्त खर्चे निकालने के लिये सेक्स जॉब करती है। फ्रांस, इंग्लैंड, स्विट्ज़रलैंड स्पेन, थाईलैंड सहित अनेक देशों में इसे सामान्य माना जाता है।