Tp न्यूज। न तो कोई ढोल बजा और ना ही किसी सैलानी का स्वागत हुआ। बीकानेर के पर्यटन इतिहास का आज ऐतिहासिक दिन रहा। यह पहली बार हुआ जब पर्यटन दिवस पर कोई कार्यक्रम नहीं हुआ। सभी कुछ कोरोना की भेंट चढ़ गया। विश्व पर्यटन दिवस के अवसर पर रविवार को जिला प्रशासन और पर्यटन विभाग के संयुक्त तत्वावधान में विभिन्न गतिविधियां आयोजित कर खानापूर्ति की गई। पहली बार हुआ जब कोई पर्यटकों का ग्रुप बीकानेर नहीं आया। दूर तक कोई पर्यटक नहीं है। फिर भी पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए शहर को और सुंदर बनाए रखने के मध्य नजर विभाग द्वारा विशेष स्वच्छता कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें शहर के पुरातात्विक, धार्मिक और ऐतिहासिक पर्यटक स्थलों की सफाई कर स्वच्छता संदेश दिया गया। विभाग के सहायक निदेशक कृष्ण कुमार ने बताया कि विभागीय कर्मचारियों के साथ-साथ अन्य कार्मिकों ,अधिकारियों के सहयोग से जूनागढ़, राजकीय गंगा संग्रहालय, राज रतन बिहारी मंदिर परिसर, पर्यटक सेवा केंद्र परिसर सहित विभिन्न स्थानों की साफ सफाई की गई। श्रमदान कार्यक्रम में पर्यटन अधिकारी पुष्पेंद्र प्रताप, पवन शर्मा , योगेश राय, पर्यटन पुलिस के सुपरवाइजर सुरेंद्र सिंह तथा पुुुुत्व विभाग के निरंजन पुरोहित व मनोहर सिंह का विशेष सहयोग रहा।
सहायक निदेशक ने बताया कि प्रतिवर्ष विश्व पर्यटन दिवस के अवसर पर पर्यटकों के स्वागत सत्कार से जुड़ी विभिन्न गतिविधियां आयोजित की जाती है परंतु इस वर्ष कोरोना संक्रमण से बचाव और धारा 144 लागू होने के मद्देनजर किसी सामूहिक कार्यक्रम का आयोजन नहीं किया गया। प्रतीकात्मक रूप से सफाई अभियान के माध्यम से आमजन में अपने शहर को साफ सुथरा रखने का संदेश देने का प्रयास किया गया। जिससे बीकानेर अधिक से अधिक पर्यटकों का पसंदीदा स्थल बन सके।
विश्व पर्यटन दिवस के अवसर पर एक संभाग स्तरीय वेबीनार का आयोजन भी किया गया ,जिसमें नवीन पर्यटन नीति 2020 , पर्यटन इकाई नीति 2015, राजस्थान निवेश प्रोत्साहन योजना 2019 पर विस्तार से चर्चा की गई। कृष्ण कुमार ने बताया कि वेबीनार में उपनिदेशक भानु प्रताप सिंह ने नई पर्यटन नीति की जानकारी दी। वेबीनार में चूरू, हनुमानगढ़ और श्री गंगानगर से भी विभागीय अधिकारी और होटल इंडस्ट्री के प्रतिनिधि जुड़े। बीकानेर में पर्यटन दिवस पर प्रतिवर्ष जूनागढ़ फोर्ट के अलावा विभिन्न स्थानों पर कार्यक्रम होते है।