Tp न्यूज। कोरोना का साया विश्व पर्यटन दिवस पर होने वाले कार्यक्रम सहित पर्यटन के आगामी मेलों पर मंडरा रहा है। प्रतिवर्ष 27 सितंबर को बीकानेर के जूनागढ़ किले में पर्यटन विभाग की और से कार्यक्रम होता है। इसमे लोक कलाकार भी शामिल होते है, इसकी तैयारी एक सप्ताह पहले होती है। लेकिन इस बार ऐसा नहीं है। बीकानेर स्थित पर्यटन संभाग मुख्यालय की और से इस बारे में जयपुर पर्यटन मुख्यालय में फाइल भी भेजी गई है, लेकिन कोई जवाब नहीं आया है। हालांकि पिछले दिनों जिला कलेक्टर नमित मेहता ने पर्यटन विकास समिति की बैठक लेकर इसमे बीकानेर में पर्यटन विकास के बारे में निर्देश दिए थे। यदि कोरोना की रफ़्तार नहीं थमती है तो इस साल आयोजित होने वाले मेलों और जनवरी में आयोजित होने वाले ऊंट मेला भी निरस्त हो सकता है। वर्तमान में राज्य सरकार द्वारा सभी मेलों और सामाजिक आयोजनों पर रोक है। वही पूरे विश्व में अभी पर्यटन पर ताला है। इसके चलते पर्यटन और होटल व्यवसाय पूरी तरह से चौपट हो गया है। सवाल यह है कि जब पर्यटक ही नहीं है तो फिर मेलों का आयोजन किस लिए। इस बारे में उपनिदेशक पर्यटन भानु प्रताप का कहना है कि विश्व पर्यटन दिवस सहित अन्य कार्यक्रमों के संबंध में पर्यटन मुख्यालय को फाइल भेजी हुई है। पर्यटन पर कोरोना का सर्वाधिक असर है।