Thar पोस्ट न्यूज़। कोरोना वायरस अब तेज़ी से जानवरों में विकसित हो रहा है। कोरोना की चौथी लहर को लेकर कई अध्ययन सामने आ रहे हैं। अनेक जानवर संक्रमित मिले हैं। तीसरी लहर में संक्रमितों की संख्या कम होते ही ऑफिस और स्कूलों के खुलने की शुरुआत हो गई। एक बार फिर जिंदगी वापस पटरी पर लौट रही है, हालांकि कुछ नियम और सख्त कानून के साथ। वैज्ञानिक लगातार कोरोना के अगले वेरियंट को लेकर रिसर्च कर रहे हैं। कई स्टडी की मानें तो कोरोना की चौथी लहर परेशान कर देने वाली हो सकती है। इसके लिए डब्लूयूएचओ ने पहले ही चेतावनी दी है कि ऑमिक्रॉन आखिरी वैरियंट नहीं है। इसके बाद आने वाले वेरियंट काफी खतरनाक साबित हो सकते है। ऐसे में हालिया अध्ययन की मानें तो अगला कोविड वेरियंट मनुष्यों से नहीं बल्कि जानवरों से निकल सकता है। ऐसे में शोधकर्ता लगातार जानवरों की निगरानी कर रहे हैं ताकि नए महामारी पैदा करने वाले वायरस और अगले कोविड वेरियंट की पहचान की जा सके।
जानवर मिले हैं संक्रमित
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ एलर्जी एंड इंफेक्शियस डिजीज उप प्रमुख डॉ. जेफ टूबेनबर्गर ने कहा कि ‘सैकड़ों, हजारों जानवरों की प्रजातियों में कोरोनावायरस हैं।’ अध्ययनों में पाया गया है कि कोरोना से मिंक, हैम्सटर्स संक्रमित हुए हैं। बीते दिन ये सामने आया था कि नॉर्थ अमेरिका में सफेद पूंछ वाला जंगली हिरण संक्रमित पाया गया, और जैसे-जैसे यह दूसरी प्रजातियों को संक्रमित कर रहै है, यह लगातार विकसित होता रहता है। ऐसे में शोधकर्ता सोच रहे हैं कि क्या ये धीरे-धीरे कर वापस मनुष्यों में वापस आ सकता है, या फिर नए और खतरनाक कोविड वेरियंट हो सकता है। डॉ. जेफ टूबेनबर्गर का कहना है कि अगर वायरस दूसरी प्रजातियों को संक्रमित करने में कामयाब होता है तो यह अलग तरह से डेवलप होगा। ऐसे में ये एक ऐसा वेरियंट हो सकता है जो हमारे सामने आने वाले वेरियंट में बहुत अलग है।