Thar पोस्ट, नई दिल्ली। कोरोना अभी गया नहीं है। दुनिया मे इसके मामले घटे हैं। इस बारे में वाइरोलॉजिस्ट गगनदीप कांग का मानना है कि तीसरी के बाद चौथी और पांचवी लहर भी आ सकती है। अभी वायरस के कई वैरियंट्स आएंगे। जो लोग यंग और हेल्दी हैं उन्हें खतरा नहीं रहेगा। कोरोना के और वैरियंट्स आएंगे और हमें हमेशा अलर्ट रहना चाहिए। चिकित्सकों का मानना है कि कोरोना केसेज कम हो जाने पर लोग सोशल डिस्टेंसिंग भूल जाते हैं। बंद जगहों पर इकट्ठे होने लगते हैं और मास्क लगाना बंद कर देते हैं। ऐसे में अगर किसी एक को कोरोना का संक्रमण होता है यह कई लोगों को संक्रमित कर देता है। क्योंकि संक्रमित व्यक्ति को जब तक लक्षण पता चलते हैं उससे कई लोग इन्फेक्शन पा चुके होते हैं। अगर वैरियंट तेजी से मल्टिप्लाई होने वाला होता है तो बड़ी पॉप्युलेशन संक्रमित हो जाती है और फिर से लहर आने के चांस बन जाते हैं। WHO साइंटिस्ट डॉक्टर मारिया वान करखोव बता चुकी हैं कि वैरियंट्स का ग्लोबल सर्कुलेशन घटा है। वैज्ञानिक यह भी उम्मीद कर रहे हैं कि 2022 के आखिर तक कोरोना धीमा भी पड़ सकता है। ओमिक्रॉन के सब वैरियंट BA.2 को ज्यादा खतरनाक नहीं माना जा रहा। लिहाजा अगला म्यूटेशन होने में 6 से 8 महीने लग सकते हैं। म्यूटेशन से वेव फैलेगी या नहीं, इस बात पर निर्भर करता है कि वैरियंट कितना खतरनाक या तेजी से फैलने वाला है।