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IMG 20211213 WA0128 मंगलवार को इन क्षेत्रों में रहेगी विद्युत आपूर्ति बाधित ** गांव समदंसर में भवन का डॉ कल्ला ने किया उद्घाटन ***तैस्सीतोरी जयंती पर कार्यक्रम शुरू Bikaner Local News Portal बीकानेर अपडेट
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Thar पोस्ट बीकानेर, 13 दिसंबर। विद्युत उपकरणों के आवश्यक रखरखाव हेतु मंगलवार को पटेल नगर, वीर सेवा सदन, सादुलगंज, बजाज भवन, खादी ऑफिस, स्टेशन रोड से रानी बाजार एरिया आदि क्षेत्रों में सुबह 8 बजे से दोपहर 12 बजे तक विद्युत आपूर्ति बाधित रहेगी। यह जानकारी बीकेईएसएल के सहायक अभियंता ने दी।

मातृ, पितृ व गुरू भक्त जीवन में आगे बढ़ते हैं : डॉ. कल्ला
गांव समदंसर में भामाशाह मोहनलाल सिंघी द्वारा बनाए भवन का किया उद्घाटन
बीकानेर, 13 दिसम्बर। शिक्षा मंत्री डॉ. बी.डी.कल्ला ने सोमवार को श्रीडूंगरगढ़ तहसील के गांव समदंसर में स्व.तोलाराम सिंघी स्मृति भवन का लोकार्पण किया। इस अवसर पर पूर्व विधायक मंगलाराम गोदारा, समाजसेवी व उद्योगपति रतनलाल दफ्तरी विशिष्ट अतिथि थे।
भवन के निर्माता और कार्यक्रम आयोजक मोहनलाल सिंघी ने अपनी जन्म भूमि समदंसर में सार्वजनिक हित में भवन बनाने के उद्देश्य पर प्रकाश डाला और अतिथियों का स्वागत किया।
इस अवसर पर शिक्षा मंत्री डॉ. कल्ला ने मोहन लाल सिंघी को मातृ भक्त, पितृ भक्त और गुरु भक्त बताया। उन्होंने कहा कि मोहनलाल सिंघी ने अपने पिता तोलाराम जी की स्मृति में यह भवन बनाकर जन्म भूमि के प्रति समर्पण भाव प्रदर्शित किया है। यह भवन पूरे गांव के काम आएगा। उन्होंने कहा कि जो मातृभक्त, पितृभक्त और गुरु भक्त होता है, वह जिन्दगी में कामयाब होता है। उन्होंने कहा कि जन्म भूमि स्वर्ग से भी महान है। मोहनलाल सिंघी ने समाज हित में अपने गांव में इस भवन का निर्माण करवाकर गांव के प्रति प्रेम भाव दिखाया है। इनके इस प्रयास से गांव वालों को भी गांव के विकास के लिए प्रेरणा मिलेगी।
डॉ.कल्ला ने कहा कि सद्कर्म से शुभ होता है, मंगल होता है, कल्याणकारी होता है, आरोग्य, वैभव और सुख सम्पदा बढ़ती है, सम्पति आती है। धन तो बहुत लोगों के पास है, परन्तु कम ही लोग इसे समाज सेवा में लगाते है। उन्होंने कहा कि धर्म का बीज पुण्य का बीज है, यह जब फलता फूलता है तो किसान के खेत में पैदावार बढ़ती है। ऐसे ही धर्म करने वाले को अप्रत्यक्ष लाभ होता है। उन्होंने कहा कि समर्पण का भाव रखें, राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने कहा था कि आप धन के ट्रस्टी हैं। आप अपने धन का आवश्यकता के अनुसार न्यूनतम उपभोग या आवश्यक उपयोग के लिए कर सकते हों, करों, उसके बाद जो धन है उसे समाज की सेवा के लिए समाज हित के लिए उसका उपयोग में लें। मोहनलाल सिंघी व उनके परिवार ने आचार्य श्री तुलसी व राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी का अनुसरण करते हुए समर्पण किया है और यह समर्पण निश्चित रूप से ग्राम वासियों के लिए बहुत उपयोगी सिद्ध होगा
डॉ.कल्ला ने विद्या, धन और शक्ति के सही उपयोग पर बल दिया और कहा कि जिसके पास विद्या है, वह दूसरों को सिखाने में काम ले, जिसके पास धन है वह परोपकार के कार्यों में खर्च करे और जिसके पास शक्ति है उसे पीड़ित मानव की रक्षा में लगाएं। सिंघी परिवार सज्जन परिवार है, उसने अपने धन का उपयोग समाज सेवा के लिए किया है, जो साधुवाद के पात्र है। उन्होंने कहा कि हमें अपने लिए नहीं समाज के लिए जीना है, आगे बढ़ना है।
डॉ.कल्ला ने शिक्षा के महत्व पर प्रकाश डाला और कहा कि बिना शिक्षा के गांवों का विकास संभव नहीं। गांव का विकास तभी होगा जब हमारे बच्चे शिक्षित होकर,उच्च पदों पर आसीन होंगे। उन्होंने कहा कि गांव का विकास कैसे हो, कैसे आगे बढ़े, इस ओर ध्यान देने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि यह तभी होगा जब गांव के लोग पढ़े-लिखे हो। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार हर गांव के घर-घर में जल कनेक्शन दे रही है। गांवों में बिजली पहुँचाई है और गांवों को सड़कों से जोड़ा है। उन्होंने समन्दसर के विद्यालय में अध्यापकों के रिक्त पदों की भरने की मांग पर कहा कि शीघ्र राज्य में 30 हजार शिक्षकों की भर्ती होगी। इस भर्ती से शिक्षकों की कमी दूर होगी। उन्होंने कहा कि यहां के विद्यालय में तीन कक्षा-कक्ष के निर्माण की स्वीकृति शीघ्र दिलवाई जायेगी। उन्होंने कहा कि विद्यालय प्रबंधन समिति भामाशाहों के सहयोग से विद्यालयों में आवश्यक सुविधाएं जुटाएं।
डॉ. कल्ला ने इंदिरा गांधी, राजीव गांधी, आचार्य तुलसी, महात्मा गांधी, महाराणा प्रताप को याद करते हुए कहा कि शहीद भगतसिंह, बालगंगाधर तिलक आदि आजादी की जंग में शहीद हुए सेनानियों को पाठ्यक्रम में अगर स्थान नहीं है तो उसे स्थान दिलाने के लिए लिखा जायेगा। उन्होंने इस मौके पर हेलीकॉप्टर दुर्घटना में शहीद राजस्थान के सपूतों को भी श्रद्धांजलि देते हुए युवाओं को सेना में सेवा देने का आह्वान किया।
इस अवसर पर पूर्व विधायक मंगलाराम गोदारा ने कहा कि डॉ. कल्ला के प्रयासों से श्रीडूंगरगढ़ विधानसभा क्षेत्र में घर-घर जल कनेक्शन और नए जीएसएस स्वीकृत हुए है, जिन पर काम शुरू हो चुका है। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में 800 करोड़ रूपये पेयजल स्कीम स्वीकृत हुई। इन स्कीम के पूरा होने पर घर-घर मीठा पानी मिलेगा। उन्होंने मोहनलाल सिंघी द्वारा अपनी जन्म भूमि पर शानदार भवन बनाने को अनुकरणीय बताया और कहा कि इनकी प्रेरणा से अन्य भामाशाह भी गांव के विकास के लिए आगे आएंगे। गणेश प्रसाद कन्दौई, इमीलाल गोदारा, दिनेश जोशी आदि ने भी विचार व्यक्त किए। संचालन कविता स्वामी ने किया। इस अवसर पर मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी राजकुमार शर्मा, समसा के अतिरिक्त मुख्य परियोजना अधिकारी हेतराम साहरण उपस्थित थे।इस अवसर पर ग्रामीणों ने ग्राम माणकरासर के उच्च प्राथमिक विद्यालय को क्रमोन्नत करने, समन्दसर स्थित रा.उ.मा. विद्यालय समन्दसर में व्याख्यता भूगोल ,लेवल-2 हिन्दी अध्यापक. लेवल-2 अंग्रेजी अध्यापक, लेवल 2 विज्ञान अध्यापक लेवल 2 गणित अध्यापक, चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी का पद भरवाने, राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय समन्दसर में कृषि संकाय खोलने, ग्राम माणकरासर के उच्च प्राथमिक विद्यालय को क्रमोन्त करने, ग्राम समन्दसर मे बालिका विद्यालय खुलवाने और रा.उ.मा.विद्यालय समन्दसर मे कमरे, खेल मैदान, चार दिवारी का निर्माण करवाने के लिए ज्ञापन दिए।

तैस्स्तिोरी जयंती पर दो दिवसीय कार्यक्रम शुरू

Thar पोस्ट, बीकानेर 13 दिसम्बर। सादूल राजस्थानी रिसर्च इन्स्टीट्यूट , बीकानेर के तत्वावधान में इटली मूल के राजस्थानी विद्वान डॉ. एल. पी. तैस्सितोरी की 134वीं जयंती पर दो दिवसीय कार्यक्रम के तहत प्रथम दिन सोमवार को स्थानीय म्यूजियम परिसर स्थित डॉ. तैस्सितोरी की प्रतिमा पर पुष्पांजली एवं उनके व्यक्तित्व, कृत्तिव्व पर कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता शिक्षाविद् एवं महाराजा गंगासिंह विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. विनोद कुमार सिंह ने की, तथा कार्यक्रम की मुख्य अतिथि नगर-निगम की महापौर श्रीमती सुशीला कंवर राजपुरोहित थी और कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि वरिष्ठ संस्कृतिकर्मी एन.डी.रंगा थे।
कार्यक्रम में अतिथियों , सामाजिक कार्यकर्ताओं , शिक्षाविदों , साहित्यकारों एवं शोधार्थियों ने डॉ. तैस्सितोरी की मूर्ति पर माल्यार्पण किया ।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए प्रो.विनोद कुमार सिंह ने कहा कि समाज की सहभागिता के बिना किसी भी भाषा के विकास की परिकल्पना नहीं की जा सकती। समाज की उपेक्षा के कारण प्रतिदिन अनेक भाषाएं विलुप्त हो रही हैं। उन्होंने राजस्थानी को विश्व की समृद्धतम भाषाओं में से एक बताया तथा कहा कि इसके संस्कारों को अगली पीढी तक पहुंचाना जरूरी है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को इसे आम बोलचाल में अपनाना होगा। युवाओं को इससे जोड़ना होगा। भाषा की विकास के जतन समाज के बिना संभव नहीं है। प्रों. सिंह ने कहा कि व्यक्ति के जीवन में कला,साहित्य एवं संस्कृृति का विशेष महत्व हैं।
मुख्य अतिथि महापौर सुशीला कंवर ने कहा कि भाषा की उत्पति समाज से होती है तथा यही पल्लवित-पोषित होकर भाषा वृहद क्षेत्र तक पहुंच पाती है। उन्होंने कहा कि भाषा को जन-जन तक पहुंचाने में साहित्य की भूमिका भी बेहद महत्वपूर्ण होती है। इस मामले में राजस्थानी भाषा बेहद समृद्ध है। यहां लिखित और लोक साहित्य का अकूत भंडार है तथा सुखद बात है कि आज भी अनवरत साहित्य सृजन हो रहा है।
वरिष्ठ कवि, साहित्यकार राजेन्द्र जोशी ने कहा कि मां को बच्चे की पहली शिक्षिका माना जाता है। इस कारण एक मां अथवा महिला, भाषा को एक से दूसरी पीढ़ी तक पहुंचानो में प्रभावी भूमिका निभा सकती है। उन्होंने कहा कि हिंदी या अंग्रेजी को अपनाना गलत नहीं है, लेकिन कोई भी अपनी मातृभाषा को विस्मृत नहीं करे, इसका विशेष ध्यान रखना जरूरी है।
विशिष्ठ अतिथि एन.डी. रंगा ने कहा कि राजस्थानी भाषा का वृहद् प्रभाव ही तैस्सितोरी जैसे विद्वानों को राजस्थान की ओर खीच लाया। राजस्थानी भाषा और साहित्य के विकास में उनके अवदान को सदियों तक याद रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि संस्था द्वारा उनकी स्मृति में प्रतिवर्ष कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।
संस्था की अध्यक्ष डॉ. कल्पना शर्मा ने कहा कि राजस्थानी साहित्य की विशेषताओं, यहां की परम्पराओं और इसके विकास में समाज की भूमिका महत्वपूर्ण है। अतिथियों ने एवं आगंतुकों ने तैस्सितोरी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की। प्रारंभ में साहित्यकार राजाराम स्वर्णकार ने संस्था की ओर से स्वागत भाषण देते हुए संस्था का परिचय दिया तथा केन्द्रीय साहित्य अकादेमी में राजस्थानी भाषा परामर्श मंडल के संयोजक मधु आचार्य ”आशावादी“ ने तैस्सितौरी के व्यक्तित्व एवं कृत्तिव्व पर प्रकाश डाला ।
संस्था सचिव कवि-कथाकार राजेन्द्र जोशी ने बताया कि मंगलवार को प्रातः 11ः15 बजे स्थानीय बीकानेर व्यापार उद्योग मंडल, मॉर्डन मार्केट के सभागार में तैस्सितौरी अवार्ड कार्यक्रम आयोजित होगा, कार्यक्रम के मुख्य अतिथि राजस्थान राज्य अभिलेखागार के निदेशक डॉ. महेन्द्र खडगावत होंगे तथा सुधीर सक्सेना एवं राजाराम स्वर्णकार को वर्ष 2020 एवं 2021 का अवार्ड दिया जाएगा। इस अवसर पर कार्यक्रम में डॉ. अजय जोशी, नासिर जैदी, विष्णु शर्मा, संजय जनागल, बुलाकी शर्मा, डॉ. गौरीशंकर प्रजापत, डॉ. नीरज दइया, जुगल पुरोहित, एडवोकेट महेन्द्र जैन, ऋषि अग्रवाल, विमल शर्मा, नवनीत पांडें, मांगीलाल भद्रवाल सहित अनेक लोग उपस्थित थेे।


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