Thar पोस्ट, बीकानेर।हिंदी,उर्दू एवं राजस्थानी भाषा के वरिष्ठ साहित्यकार शाइर क़ासिम बीकानेरी को राजस्थान साहित्य अकादमी उदयपुर के आर्थिक सहयोग से प्रकाशित उनकी 404 शे’र की तवील ग़ज़ल की पुस्तक ‘आज कह दूं कोई ग़ज़ल ऐसी’ के लिए जोधपुर के सूचना केंद्र मिनी ऑडिटोरियम में साहित्यिक संस्था श्री जागृति संस्थान जोधपुर(रजि.)द्वारा सर्वश्रेष्ठ बुक ऑफ ईयर हिन्दी के सम्मान से सम्मानित किया गया।
वरिष्ठ साहित्यकार कवि कथाकार कमल रंगा ने बताया कि क़ासिम बीकानेरी ने लंबी कविता की परंपरा में लंबी या’नि तवील ग़ज़ल कहकर एक ऐतिहासिक काम करके नगर एवं प्रदेश को गौरवान्वित किया है | श्री जागृति संस्थान जोधपुर ने क़ासिम बीकानेरी की इस उपलब्धि पर उनकी पुस्तक के लिए उनका सम्मान करके बहुत ही सराहनीय कार्य किया है जिसके लिए संस्था बधाई की पात्र है | रंगा ने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा कि देश के बहुत कम ग़ज़लकारों ने तवील ग़ज़ल कही है उन ग़ज़लकारों की फ़ेहरिस्त में बीकानेर के शाइर क़ासिम बीकानेरी का नाम शामिल होना नगर एंव प्रदेश के लिए गौरव की बात है |
सम्मान समारोह में जोधपुर की साहित्य, संस्कृति कला एवं समाज सेवा से जुड़ी अनेक शख़्सियतें में मौजूद थीं | . शाइर क़ासिम बीकानेरी के जोधपुर में सम्मानित होने पर वरिष्ठ साहित्यकार भवानी शंकर व्यास ‘विनोद’, वरिष्ठ बाल साहित्यकार अब्दुल समद राही, नगरी भंडार के व्यवस्थापक नंदकिशोर सोलंकी शाइर बुनियाद ज़हीन, वीरेन्द्र लखावत, रशीद ग़ौरी, मदन मोहन व्यास, अनवर उस्ता, इंजी.सय्यद कासम अली, पूनम मोदी, माजिद ख़ान ग़ौरी, डॉ. फ़ारूक़ चौहान, पुखराज सोलंकी, रूबी ख़ान, इसरार हसन क़ादरी, एम रफ़ीक़ क़ादरी, मौलाना अब्दुल वाहिद अशरफ़ी, मुख्यत्यार अहमद बाबा खान, मोहम्मद इशाक ग़ौरी’, मधुरिमा सिंह, घनश्याम सिंह, हरिनारायण आचार्य, डॉ. चंचला पाठक, दिलीप केसानी, गिरिराज पारीक, डॉ. ज़ेबा रशीद, डॉ. मरज़ीना, तारा प्रजापत प्रीत, हाजी युसूफ़ कमाल, शफ़ीक़ अहमद वारसी, सय्यद हसन अली, सय्यद अनवर अली, शैख़ सलीम एवं सलीम भाटी सहित राजस्थान के अनेक साहित्यकारों एवं विभिन्न कला से जुड़े लोगों ने क़ासिम बीकानेरी सम्मानित होने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए उन्हें बधाई दी।