


Thar पोस्ट, बीकानेर। बीकानेर में सर्दी की दस्तक के साथ ही धूणे चेतन हो गए है। आचार्य चौक, मोहता चौक, बारहगुवाड़ हर्षों का चौक, रतानी व्यासों में धूणे चेतन होने लगे है। बीकानेर में श्रीकपिल मुनि की तपोभूमि श्रीकोलायत में हर वर्ष लगने वाले मेले के साथ ही धूणे अलाव चेतन होने लगते है। जो होली तक चेतन रहते है। दरअसल ये धूणे देश ,दुनिया और बदलते समाज मे घटित होने वाली घटनाओं और सूचनाओ के आदान प्रदान का केंद्र भी रहे हैं। देर शाम परकोटे में रहने वाले लोगों की हथाई के केंद्र भी ये धूणे होते है। ना केवल यहां समाचारों व सूचनाओं का आदान प्रदान होता है बल्कि जीवन जीने की कला और जिंदगी में आने वाली समस्याओं तथा उससे उभरने के लिए किये जाने वाले उपायों के बारे में भी यहां चर्चा होती है। यहाँ राजा महाराजाओं तथा नामचीन व्यापारियों के अलावा पीएम नरेंद्र मोदी, राहुल गांधी, सोनिया गांधी से लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन, मैर्केल, ट्रम्प, पुतिन के अलावा तालिबान, अफगानिस्तान के साथ ही राजस्थान, बीकानेर के नेताओं ओर बदलते राजनीतिक घटनाक्रम पर चर्चा यहां होती है। देश के विभिन्न राज्यो में मिलने वाले व्यंजनों ओर बीकानेर की राबड़ी, कचोरी पकौड़ी पर भी खूब चर्चा होती है। धूणे में शामिल होने के लिए व्यक्ति को अपडेट रहना पड़ता है अन्यथा वह धूणे पर फ़िसड्डी साबित हो सकता है। खास बात यह कि विशेष ज्ञान या जानकारी रखने वाले को यहाँ चाव से सुना जाता है यहाँ बैठने वालों के लिए सबसे बड़ा लाभ यह है कि सर्दी से बचाव के साथ ही वह देश दुनिया और समाज से अपडेट रह सकता है।



