Thar पोस्ट, बीकानेर। डूंगर काॅलेज में बुधवार को प्राचार्य कक्ष में छह शिक्षाविदों को सम्मानित किया गया। आयोजन सचिव डाॅ. मनीषा अग्रवाल ने बताया कि कार्यक्रम में प्राचार्य डाॅ. जी.पी.सिंह व सहायक निदेशक डाॅ. राकेष हर्ष ने शिक्षाविदों को सम्मानित किया। उन्होनें बताया कि छह अगस्त को हिरोशिमा दिवस पर आयोजित संगोष्ठी में मुख्य वक्ता के रूप में उद्बोधन देने पर प्राणीशास्त्र विभाग के विभागाध्यक्ष डाॅ. राजेन्द्र पुरोहित एवं आमंत्रित व्याख्यान देने हेतु डाॅ. अनिल कुमार यादव, डाॅ. विजय कुमार ऐरी, डाॅ. अनिला पुरोहित, डाॅ. नरेन्द्र भोजक तथा डाॅ. अरूणा चक्रवर्ती को प्रशस्ति पत्र एवं स्मृति चिन्ह के रूप में पर्यावरण का संदेश देते एक तुलसी का पौधा देकर सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर प्राचार्य डाॅ. जी.पी.सिंह ने अपने उद्बोधन में कहा कि प्रत्येक विषय में कहीं न कहीं विकिरण का समावेश होता है। उन्होनें कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रम से अदृश्य विकिरण के प्रभावों की सही जानकारी उपलब्ध हो सकेगी। डाॅ. सिंह ने अपील की कि विभिन्न विभागों को प्राणीशास्त्र विभाग का अनुसरण करते हुए इस प्रकार के लघु आयोजन आयोजित कर विद्यार्थियों को संबंधित विषय की जानकारी उपलब्ध करवानी चाहिये। उन्होनें मोबाईल फोन के उपयोग को भी कम करने की नसीहत दी। सहायक निदेशक डाॅ. राकेष हर्ष ने इस अवसर पर युवाओं से औषधीय पादपों के अधिकाधिक सेवन करने की अपील की। डाॅ. हर्ष ने कहा कि औषधीय पादपों के सेवन से भी विकिरणों के दुष्प्रभाव से बचा जा सकता है।
मुख्य वक्ता प्राणीशास्त्र के विभागाध्यक्ष एवं विकिरण सोसायटी के सचिव डाॅ. राजेन्द्र पुरोहित ने कहा कि इण्डियन सोसायटी फोर रेडियेशन बायोलोजी राष्ट्रीय एव ंअन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर इस प्रकार के आयोजन कर समाज को विकिरण के प्रति जागरूकता पैदा करने का हर सम्भव प्रयास करती है। उन्होने कहा कि जर्दा, गुटखा, बीड़ी एवं सिगरेट आदि के सेवन को कम करके भी केन्सर जैसी बीमारी से बचा जा सकता है। डाॅ. पुरोहित ने कहा विकिरण केवल अभिषाप ही वरन एक समाज में एक वरदान भी है। उन्होनें सीटी स्कैन, केन्सर उपचार सहित विभिन्न प्रकार के रोगों के निदान एवं उपचार में विकिरणों के महत्व को बताया।
डाॅ. दीप्ति श्रीवास्तव ने सभी आगन्तुकों का आभार प्रकट किया।
इस अवसर पर डाॅ. इन्द्र सिंह राजपुरोहित, डाॅ. सतीश गुप्ता, डाॅ. नरेन्द्र नाथ, डाॅ. कैलाश स्वामी, डाॅ. सोनू शिवा, डॉ. नवदीप सिंह, डाॅ. सरिता स्वामी, डाॅ. अर्चना पुरोहित एवं डाॅ. संदीप यादव सहित बड़ी संख्या में संकाय सदस्य उपस्थित रहेे।
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